बदलते दौर में बीमारी का चेहरा भी तेजी से बदल रहा है। पहले जो बीमारियां उम्र बढ़ने पर होती थीं, अब वे युवाओं को भी अपनी चपेट में लेने लगी हैं। खासतौर पर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा अब सिर्फ जेनेटिक्स तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि हमारी रोजमर्रा की लाइफस्टाइल, खानपान, प्रदूषण और मौसम भी इसमें बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। खासतौर पर गर्म जलवायु वाले देशों में, जैसे भारत, महिलाओं में कैंसर का रिस्क और भी अधिक बढ़ गया है। ऐसे में ये जरूरी हो गया है कि हम अपनी दिनचर्या में सिर्फ इलाज पर नहीं, बल्कि रोकथाम पर भी जोर दें।