भारत में दिल की बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है और ये चिंता का गंभीर विषय बन चुका है। एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल करीब 20 लाख लोग हृदय रोगों की चपेट में आ रहे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा मामले हार्ट अटैक के होते हैं। पहले जहां ये बीमारी केवल उम्रदराज लोगों तक सीमित मानी जाती थी, वहीं अब 15 से 20 साल के युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आधुनिक जीवनशैली, खराब खान-पान, शारीरिक निष्क्रियता और मानसिक तनाव इसके प्रमुख कारण हैं।