बारिश का मौसम अपनी ठंडक और खूबसूरती के लिए तो सबको भाता है, लेकिन इसके साथ ही वायरल फीवर, सूखी खांसी और गले में खराश जैसी परेशानियां भी तेजी से फैलती हैं। बदलते मौसम और ठंड के कारण शरीर कमजोर हो जाता है और रोज की फिजिकल एक्टिविटी लगभग बंद हो जाती है। ऐसे में ज्यादातर लोग तुरंत दवा की ओर रुख कर लेते हैं, लेकिन दादी-नानी के पुराने नुस्खे हमेशा से सबसे भरोसेमंद और असरदार साबित हुए हैं। ये नुस्खे थोड़े कड़वे जरूर लग सकते हैं, लेकिन इनमें प्राकृतिक सामग्री होती हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाए बिना जल्दी आराम दिलाती हैं।