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Diabetes: इस खास चीनी से शांत होगी मीठे की तलब, शुगर भी रहेगा काबू में

Diabetes Treatment: कोकोनट शुगर को सामान्य चीनी से कहीं बेहतर विकल्प माना जाता है, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए। यह बिना प्रोसेसिंग के तैयार होती है और इसमें फैट की मात्रा बहुत कम होती है। इसे सफेद चीनी की सुरक्षित जगह इस्तेमाल किया जा सकता है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 05, 2025 पर 7:30 AM
Diabetes: इस खास चीनी से शांत होगी मीठे की तलब, शुगर भी रहेगा काबू में
Diabetes Treatment: कोकोनट शुगर में थोड़ी मात्रा में इंसुलिन और घुलनशील फाइबर होता है

डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए सबसे मुश्किल काम होता है मीठे की इच्छा को कंट्रोल करना। पारंपरिक सफेद चीनी जहां ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देती है, वहीं अब एक नेचुरल और हेल्दी विकल्प के रूप में कोकोनट शुगर तेजी से लोकप्रिय हो रही है। ये नारियल के फूलों से मिलने वाले रस को धीमी आंच पर पकाकर बनाई जाती है, जिससे इसका पोषण बना रहता है और ये किसी भी तरह की प्रोसेसिंग से दूर रहती है। इसमें आयरन, जिंक, पोटैशियम, कैल्शियम और घुलनशील फाइबर मौजूद होते हैं जो न केवल स्वाद में मीठास भरते हैं, बल्कि शरीर के लिए फायदेमंद भी साबित होते हैं।

खास बात ये है कि कोकोनट शुगर ब्लड शुगर को अचानक नहीं बढ़ाती, जिससे डायबिटिक लोग भी सीमित मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं। अगर आप मीठे के शौकीन हैं लेकिन सेहत से समझौता नहीं करना चाहते, तो ये विकल्प आपके लिए बेस्ट हो सकता है।

कैसे बनती है कोकोनट शुगर?

कोकोनट शुगर नारियल के फूलों से निकलने वाले रस को धीमी आंच पर पकाकर बनाई जाती है। ये प्रक्रिया इसे पूरी तरह नेचुरल और केमिकल-फ्री बनाती है। इसमें आयरन, पोटैशियम, जिंक और फाइबर जैसे अहम पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

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