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अमृत से जहर बन सकता है मखाना, इन 3 रोगियों को रहना चाहिए सावधान

foxnuts: मखाना हेल्दी स्नैक के तौर पर खूब पसंद किया जाता है, लेकिन क्या इसे कभी भी, कितना भी खाया जा सकता है? डायबिटीज, व्रत और वजन घटाने में इसे बेहतर माना जाता है, मगर एक्सपर्ट्स की राय कुछ और कहती है। जानिए मखाने से जुड़ी वो बातें, जो सेहत के लिहाज से जानना जरूरी है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 26, 2025 पर 12:07 PM
अमृत से जहर बन सकता है मखाना, इन 3 रोगियों को रहना चाहिए सावधान
foxnuts: मखाना में आयरन, फॉस्फोरस, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व भरपूर होते हैं।

मखाना यानी फॉक्सनट, भारत के पारंपरिक सुपरफूड्स में से एक है। व्रत में खाया जाने वाला ये कुरकुरा स्नैक अब हेल्थ कॉन्शस लोगों की पहली पसंद बन गया है। चाहे वेट लॉस करना हो या ब्लड शुगर कंट्रोल रखना—मखाना हर जगह फिट बैठता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और फाइबर अच्छी मात्रा में होते हैं, साथ ही ये ग्लूटन-फ्री और लो-कैलोरी भी होता है। यही वजह है कि लोग इसे अक्सर ओवरईट करने लगते हैं। लेकिन क्या मखाने को कभी भी, जितना मन करे उतना खा सकते हैं?

आयुर्वेद और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इसकी लिमिट तय होनी चाहिए, वरना फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है। आइए जानते हैं, मखाना ज्यादा खाने से शरीर पर क्या असर पड़ सकता है और इसकी सही मात्रा क्या है।

पाचन हो सकता है खराब

मखाना में फाइबर की मात्रा कम होती है। ऐसे में अगर आप इसे रोजाना या ज्यादा मात्रा में खाते हैं, खासकर तब जब आपको पहले से ही कब्ज की समस्या है, तो ये पाचन से जुड़ी परेशानियां बढ़ा सकता है। फाइबर की कमी की वजह से ये आंतों में मल को सॉफ्ट नहीं कर पाता, जिससे गैस, ब्लोटिंग और पेट में भारीपन जैसी शिकायतें हो सकती हैं। इसलिए इसे 'हल्का स्नैक' समझकर असीमित मात्रा में न खाएं।

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