Get App

Live-in में पार्टनर के अधिकार और जिम्मेदारियां, जानें पूरी डिटेल यहां

Live-in relationship: बड़े शहरों में तेजी से बदलते रिश्तों के दौर में लिव-इन रिलेशनशिप युवाओं के बीच नया ट्रेंड बन गया है। समाज और कानून की बदलती सोच के बीच इस रिश्ते को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं क्या ये सच में सही कदम है या आगे मुश्किलें बढ़ा सकता है?

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 03, 2025 पर 8:28 AM
Live-in में पार्टनर के अधिकार और जिम्मेदारियां, जानें पूरी डिटेल यहां
Live-in relationship: देश के कई हिस्सों में ऐसे रिश्तों को लोग अभी भी गलत नजर से देखते हैं

भारत के बड़े शहरों में रिश्तों की परिभाषा तेजी से बदल रही है। युवा अब पारंपरिक बंधनों से हटकर ऐसे विकल्प चुन रहे हैं, जो उन्हें अधिक स्वतंत्रता देता हैं। लिव-इन रिलेशनशिप इसी बदलती सोच की झलक है, जिसे कभी सिर्फ अमीर वर्ग की जीवनशैली माना जाता था। आज ये मेट्रो सिटीज के साथ-साथ मध्यमवर्गीय युवाओं में भी लोकप्रिय हो रही है। ये न सिर्फ पार्टनर को करीब से जानने का अवसर देती है, बल्कि ये तय करने का मौका भी कि आगे जीवन एक साथ बिताना संभव होगा या नहीं।

इस बदलाव को समाज और कानून दोनों ने आंशिक रूप से स्वीकार किया है, जिससे युवाओं को खुलकर जीने का आत्मविश्वास मिला है। हालांकि, इसके साथ नई चुनौतियां और सवाल भी जुड़े हैं रिश्तों में स्थिरता, सामाजिक दृष्टिकोण और कानूनी अधिकार जैसे मुद्दे आज भी चर्चा में रहते हैं।

क्या है लिव-इन रिलेशनशिप?

जानकार बताते हैं कि रिलेशनशिप का अर्थ है शादी किए बिना सहमति से साथ रहना। पहले भारतीय समाज और संस्कृति में इसे गलत नजर से देखा जाता था, लेकिन बदलते समय के साथ लोगों की सोच में भी बदलाव आया है। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, शादी से पहले साथ रहना न तो अपराध है और न ही अवैध। हालांकि, ऐसे रिश्तों में शादीशुदा जोड़े जैसे सारे अधिकार नहीं मिलते।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें