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क्या भुने हुए मसाला पापड़ खाने से बढ़ सकता है ब्लड शुगर लेवल? एक्सपर्ट्स से जानिए

डॉ मनीषा अरोड़ा ने बताया कि, मसाला पापड़ आपके शुगर लेवल को किस हद तक प्रभावित कर सकता है ये इस बात पर निर्भर करता है की इसे कैसे खाया जाता है। मसाला पापड़ को सब्जियों या सलाद के साथ पर ब्लड शुगर लेवल पर इसका प्रभाव कम से कम हो जाता है

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड May 22, 2025 पर 9:47 PM
क्या भुने हुए मसाला पापड़ खाने से बढ़ सकता है ब्लड शुगर लेवल? एक्सपर्ट्स से जानिए
एक्सपर्ट्स ने बताया की भुने हुए पापड़ तले हुए पापड़ से बेहतर होते है

Blood Sugar Level: बहुत से लोग नाश्ते में भुने हुए मसाला पापड़ खाना पसंद करते है। कई लोग इसे खाने के साथ खाना पसंद करते है। किसी भी अन्य भोजन की तरह, दाल के आटे से बने ये फ्लैटब्रेड हमारे ब्लड शुगर के लेवल में क्या बदलाव लाते है? क्या इससे शुगर लेवल बढ़ता है? इसे लेकर लोगों के मन में सवाल होते है। इस स्टोरी में हम इन्हीं सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे।

मेटाबोलिक हेल्थ कोच करण सरीन ने सी.जी.एम. का उपयोग करके इसका टेस्ट किया। सरीन ने प्याज, टमाटर, धनिया और मिर्च जैसी सब्जियों के साथ उड़द दाल के भुने हुए पापड़ खाए। मसाला पापड़ खाने के दो घंटे बाद, उन्होंने पाया कि ब्लड शुगर लेवल में कोई वृद्धि नहीं हुई। सरीन ने कहा, 'इसमें एक फ्लैटलाइन है, जो एक बढ़िया रिजल्ट है। उन्होंने कहा, यह पापड़ बेहद पतला होता है और इसमें कार्ब लोड बहुत कम है। उन्होंने कहा जब तक आप इसे ज्यादा मात्रा में नहीं खाते हैं, तब तक आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।'

निश्चित मात्रा में खाने से नहीं होगा नुकसान

कल्याण के फोर्टिस अस्पताल की क्लीनिकल डाइटीशियन सुमैया ए ने कहा, 'पापड़ सीमित मात्रा में खाने से डायबिटीज रोगियों सहित ज्यादातर लोगों को फायदा होता है। हालांकि, भुने हुए पापड़ तले हुए पापड़ से बेहतर होते हैं, लेकिन इन्हें रोजाना नहीं खाना चाहिए।' ऐसा इसलिए क्योंकि पापड़ बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आटे से मिलने वाले प्रोटीन और फाइबर फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन ज्यादा सोडियम या डीप-फ्राइड पापड़ नुकसानदेह हो सकते हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के सीके बिरला अस्पताल की इंटरनल मेडिसिन की निदेशक डॉ मनीषा अरोड़ा ने कहा कि, मसाला पापड़ में अपने आप में बहुत कम कार्बोहाइड्रेट होते है। डॉ अरोड़ा ने कहा, 'हालांकि इसमें मैदा होता है, लेकिन चीनी की मात्रा बहुत अधिक नहीं होती है। हालांकि, मैदा होने के कारण मसाला पापड़ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) अधिक होता है।' इन्होंने भी खाने की क्वांटिटी को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा हम जितनी सर्विंग खाते हैं, उससे हमारे शरीर में जाने वाले मैदा की मात्रा निर्धारित होती है, जो अपने उच्च जीआई के कारण ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है।

सब्जियों या सलाद के साथ खाने पर नहीं होगा कोई असर

डॉ मनीषा अरोड़ा ने कहा कि, यह आपके शुगर लेवल को किस हद तक प्रभावित कर सकता है ये इस बात पर निर्भर करता है की इसे कैसे खाया जाता है। मान लीजिए कि मसाला पापड़ को फाइबर में उच्च और जीआई में कम खाद्य पदार्थों, जैसे कि सब्जियों या सलाद के साथ खाया जाता है। उस स्थिति में ब्लड शुगर पर इसका प्रभाव कम से कम हो जाता है।

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