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Agnipath Scheme: अग्निवीर स्कीम में होंगे बड़े बदलाव! चार साल से ज्यादा की सर्विस, 'परमानेंट' करने की भी मांग

Agnipath Scheme Survey: इसमें एक बड़ी बात ये भी कही गई है कि ऐसा देखने कि मिला है कि अग्निवीरों का ध्यान ओवरऑल ट्रेनिंग के बजाय रेटेंशन टेस्ट यानि परमानेंट होने के लिए जो टेस्ट देना पड़ता है, उस पर रहता है। ये भी देखा गया है कि स्कीम के लिए ज्यादा आवेदन शहरी इलाकों से आ रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 13, 2024 पर 11:32 PM
Agnipath Scheme: अग्निवीर स्कीम में होंगे बड़े बदलाव! चार साल से ज्यादा की सर्विस, 'परमानेंट' करने की भी मांग
Agnipath Scheme: अग्निवीर स्कीम में होंगे बड़े बदलाव! चार साल से ज्यादा की सर्विस (FILE PHOTO)

अग्निपथ योजना जब से लागू हुई है, तभी से चर्चाओं में है। लोकसभा चुनावों के बाद एक बार फिर सेना में भर्ती की ये स्कीम खबरों में है। ऐसा पता चला है कि अग्निपथ योजना में कुछ बदलावों पर चर्चा चल रही है। इन बदलावों में अग्निवीरों का ट्रेनिंग पीरियड बढ़ाने और 25% फीसदी जवानों को परमानेंट करने के नियम भी शामिल हैं। ये सुझाव सेना की तरफ से किए गए एक इंटरनल सर्वे पर बेस्ड हैं, जिसमें तीनों सेनाओं से फीडबैक लिया गया था। हालांकि, सेना ने आधिकारिक तौर पर अभी तक केंद्र को ये सिफारिशें नहीं भेजी हैं और इस पर सिक्योरिटी फोर्स अब भी चर्चा कर रही हैं।

Indian Express की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेना के भीतर जो चर्चा चल रही है, उसमें सबसे बड़ा मुद्दा अग्निवीर सैनिक को परमानेंट करने का है। फिलहाल ये नियम है कि केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही आगे सेना में परमानेंट किया जाता है।

60 से 70 फीसदी अग्निवीर हों परमानेंट

अब जिस बड़े बदलाव के कयास लगाए जा रह हैं, उसमें माना जा रहा है कि इस 25 प्रतिशत के आंकड़े को बढ़ा कर 60 से 70 फीसदी किया जाए। इसके अलावा स्पेशल फोर्स समेत टेक्निकल और एक्सपर्ट सैनिकों को मिलाकर ये 75 प्रतिशत हो जाए। यानि ज्यादा अग्निवीरों को परमानेंट किया जाए।

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