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गलवान घाटी में जिस चीनी झंडे को विपक्ष ने घुसपैठ बताया था, वह उसके जमीन पर ही फहराया गया था: सरकारी अधिकारी

चीन ने अपने इलाके में ही झंडा फहराया है, इस वीडियो को चीनी क्षेत्र के अंदर अच्छी तरह से शूट किया गया था

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 04, 2022 पर 11:48 AM
गलवान घाटी में जिस चीनी झंडे को विपक्ष ने घुसपैठ बताया था, वह उसके जमीन पर ही फहराया गया था: सरकारी अधिकारी
उसने गलवान नदी वाले उस इलाके में झंडा नहीं फहराया, जहां भारत-चीन सीमा विवाद चल रहा है

सूत्रों से जानकारी मिली है कि चीन के सरकारी मीडिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पोस्ट किए गए वीडियो (जिसमें गलवान घाटी में एक चीनी झंडा फहराते दिख रहा है) में दोनों देशों के बीच मौजूद असैन्य क्षेत्र का उल्लंघन नहीं हो रहा है। एक सरकारी अधिकीर ने कहा कि चीन ने गलवान घाटी के जिस इलाके में झंडा लगाया और फहराया, वो इलाका हमेशा से उसके ही कब्जे में रहा है और इस क्षेत्र को लेकर कोई नया विवाद नहीं है।

उच्च पदस्थ सूत्रों ने News18.com को बताया कि इस वीडियो को चीनी क्षेत्र के अंदर अच्छी तरह से शूट किया गया था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeiTY) के एक सूत्र ने कहा कि यह स्पष्ट है कि वीडियो घाटी के चीनी क्षेत्र में शूट किया गया था। इसलिए, इसके खिलाफ किसी भी जवाबी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं थी। बता दें कि वीडियो को एक जनवरी को चीनी मीडिया हैंडल से ट्वीट किया गया था, लेकिन इस पर चीन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।

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चीन की तरफ से जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, उसके बाद विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो गया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ही विपक्ष के दूसरे नेताओं ने भी सरकार को निशाने पर ले लिया था। राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा था कि गलवान पर हमारा तिरंगा ही अच्छा लगता है। चीन को जवाब देना होगा। मोदी जी, चुप्पी तोड़ो।

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