कांग्रेस (Congress) ने शुक्रवार को बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया कि उनके पार्टी और यूथ कांग्रेस के अकाउंट को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने फ्रीज कर दिया है। यह कार्रवाई टैक्स से संबंधित 2018-2019 के नोटिस को लेकर हुई है। कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव की घोषणा से कुछ दिनों पहले वर्ष 2018-19 के आयकर रिटर्न को आधार बनाकर उसके कई बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया। साथ ही उससे 210 करोड़ रुपये की रिकवरी की मांग की गई है।
कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमें कल (15 फरवरी) जानकारी मिली कि बैंक हमारे द्वारा जारी किए जा रहे चेक को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। आगे की जांच करने पर हमें पता चला कि यूथ कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के अकाउंट भी सीज कर दिए गए हैं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इनकम टैक्स ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी से 210 करोड़ रुपये की रिकवरी मांगी है। हमारे खातों में क्राउडफंडिंग का पैसा फ्रीज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव से ठीक 2 हफ्ते पहले जब विपक्ष के अकाउंट फ्रीज कर दिए जाते हैं, तो यह लोकतंत्र को फ्रीज करने के बराबर है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी के 4 अकाउंट फ्रीज किए गए हैं।
अजय माकन ने कहा, "हमें बताया गया है कि देश के मुख्य विपक्षी पार्टी के सारे बैंक अकाउंट फ्रिज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के खातों पर तालाबंदी हो गई है। हमें पता चला कि युवा कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रिज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के अकाउंट भी फ्रिज कर दिए गए हैं। इनकम टैक्स ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी से 210 करोड़ रुपये की वसूली मांगी। हमारे खातों में क्राउडफंडिंग का पैसा फ्रिज कर दिया गया है। चुनाव से ठीक 2 हफ्ते पहले जब विपक्ष के खाते फ्रिज कर दिए जाते हैं, तो यह लोकतंत्र को फ्रिज करने के बराबर है।"
एक मीडिया ब्रीफिंग में अजय माकन ने कहा कि लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले उनकी पार्टी को अपने बैंक खातों में मिलने वाली क्राउडफंडिंग का पैसा पहुंच से बाहर है। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष ने दावा किया कि आयकर विभाग ने 'मामूली आधार' पर पार्टी के चार मुख्य बैंक खाते फ्रीज किए।
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष ने कहा कि 2018-19 के आयकर रिटर्न के आधार पर 210 करोड़ की रिकवरी मांगी गई है। माकन ने कहा कि कांग्रेस ने इस मामले को लेकर आयकर अपीलीय अधिकरण का रुख किया है और उम्मीद है कि न्यायपालिका लोकतंत्र की रक्षा करेगी।
उन्होंने दावा किया कि अगर किसी के खाते सील होने चाहिए तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के होने चाहिए क्योंकि उन्होंने 'असंवैधानिक' चुनावी बॉन्ड के जरिए कॉर्पोरेट जगत से पैसे लिए हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है।