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सप्लाई चेन की स्थिति में सुधार, घरेलू खाद्य पदार्थों के दाम और घटने की उम्मीद : शक्तिकांत दास

देश में इस समय महंगाई काफी उंचे स्तर पर बनी हुई है जिससे आम आदमी ज्यादा प्रभावित हो रहा है। जिसको देखते हुए आरबीआई का फोकस महंगाई को नियत्रंण में लाने पर है

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 05, 2022 पर 10:44 AM
सप्लाई चेन की स्थिति में सुधार, घरेलू खाद्य पदार्थों के दाम और घटने की उम्मीद : शक्तिकांत दास
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भारत के रेट सेटिंग पैनल ने शुक्रवार को आरबीआई के लेडिंग रेट यानी रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। जिसके चलते ये पॉलिसी रेट 2019 के स्तर पर पहुंच गई है। इस बढ़ोतरी के साथ ही अब रेपो रेट बढ़कर 5.4 फीसद पर पहुंच गई है।बता दें कि रेपो रेट ब्याज की वह दर होती है जिसपर आरबीआई देश के कमर्शियल बैंकों को शॉर्ट टर्म लोन देता है। इस दर में बदलाव का असर बैंकिंग सेक्टर पर बड़ी तेजी से पड़ता है।

ब्याज दरों में यह बढ़ोतरी अनुमान के मुताबिक ही रही है। तमाम अर्थशास्त्रियों ने महंगाई के ऊंचे स्तर को देखते हुए इस बात का अनुमान लगाया था कि आरबीआई अपने आज आने वाले फैसले में रेपो रेट में 0.25 फीसदी से 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है।

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गौरतलब है कि देश में इस समय महंगाई काफी उंचे स्तर पर बनी हुई है जिससे आम आदमी ज्यादा प्रभावित हो रहा है। जिसको देखते हुए आरबीआई का फोकस महंगाई को नियत्रंण में लाने पर है।

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