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महंगाई के कारण कुछ देशों में आ सकती है टेक्निकल मंदी, दूसरे देशों की तुलना में भारत के हालात अच्छे: गीता गोपीनाथ

MoneyControl Newsअपडेटेड May 24, 2022 पर 3:48 PM
महंगाई के कारण कुछ देशों में आ सकती है टेक्निकल मंदी, दूसरे देशों की तुलना में भारत के हालात अच्छे: गीता गोपीनाथ
गीता गोपीनाथ ने कहा कि महंगाई को लेकर पूरी दुनिया में चिंता है। भारत भी इसका अपवाद नहीं है। भारत में महंगाई अभी बड़ी चिंता का कारण बनी हुई है

दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में CNBC-आवाज़ की बिग कवरेज जारी है। इस कड़ी में सीएनबीसी-आवाज के साथ हुई बातचीत में IMF की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने कहा कि महंगाई को लेकर पूरी दुनिया में चिंता है। भारत भी इसका अपवाद नहीं है। भारत में महंगाई अभी बड़ी चिंता का कारण बनी हुई है । लगातार तीसरी बार देश में CPI में तेजी देखने को मिली है लेकिन दूसरे देशों की तुलना में भारत के हालात अच्छे है। आर्थिक मोर्चे पर भारत बेहतर स्थिति में है।

IMF की फर्स्ट डिप्टी MD गीता गोपीनाथ ने इस बातचीत में आगे कहा कि महंगाई के चलते कुछ देशों में टेक्निकल मंदी आ सकती है लेकिन भारत में इसको लेकर बहुत डरने की जरुरत नहीं है। दूसरे देशों की तुलना में भारत की स्थिति अभी काफी अच्छी है। देश में उम्मीद से बेहतर जीएसटी कलेक्शन हुआ है। वहीं फॉरन रिजर्व भी ठीक स्थिति में है। भारत के पास विदेशी मुद्रा का भंडार मजबूत है। देश में इस समय 600 बिलियन डॉलर का फॉरेन रिजर्व है। वॉलैटिलिटी को संभालने के नजरिए से भारत काफी बेहतर स्थिति में है।

इंफोसिस और HCL टेक के टॉप मैनेजमेंट से भी खास बातचीत

सीएनबीसी -आवाज ने दावोस में अपनी बिग कवरेज मुहिम के तहत इंफोसिस और HCL टेक के टॉप मैनेजमेंट से भी खास बातचीत की और उनसे यह समझने की कोशिश की किआईटी सेक्टर में अभी क्या हाल हैं। इस बातचीत में इंफोसिस के एमडी सलिल पारेख ने कहा कि बड़ी कंपनियों का फोकस अभी डिजिटल पर है। कंपनियों में डिजिटल बदलाव शुरुआती दौर में है। इंफोसिस की डील पाइपलाइन का काफी मजबूत है। मौजूदा समय में डिमांड ट्रेंड बेहतर नजर आ रहा है। हमारी नजरें बढ़ती महंगाई, ऊंची ब्याज दरों और रूस-यूक्रेन मुद्दे पर लगी हुई हैं। हम सप्लाई पर भी नजरें बनाए हुए हैं।

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