करवा चौथ का शुभ त्योहार 1 नवंबर को है। नॉर्थ इंडिया में इसे करक चतुर्थी या करवा चौथ के नाम से जाना जाता है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए इस त्योहार के दौरान चंद्रमा निकलने तक निर्जला व्रत रखती है। महिलाएं मिट्टी के बर्तन जिसे करवा कहते हैं, उससे चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही खाना खाती हैं या पानी पीती हैं। जबकि परंपरागत रूप से यह व्रत विवाहित और जल्द ही विवाहित होने वाली महिलाएं रखती है। यहां आपको करवौथ का इतिहास, महत्व, मुहूर्त, व्रत कथा और उत्सव के बारे में बता रहे हैं।