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PM Kisan Yojana: पिता के नाम है खेत तो क्या बेटे को भी मिलेगी पीएम किसान योजना की राशि, जानिए क्या है नियम

PM Kisan Yojana: पीएम किसान सम्मान निधि के तहते किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। इसमें परिवार के एक सदस्य को ही फायदा मिलता है। वहीं अगर कोई किसान किसी दूसरे किसान से जमीन लेकर किराए पर खेती करते हैं। तब ऐसी स्थिति में उसे भी योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। पीएम किसान में लैंड की ओनरशिप जरूरी है

Jitendra Singhअपडेटेड Apr 27, 2023 पर 6:00 PM
PM Kisan Yojana: पिता के नाम है खेत तो क्या बेटे को भी मिलेगी पीएम किसान योजना की राशि, जानिए क्या है नियम
पीएम किसान सम्मान निधि की हर किश्त में किसानों को 2,000 रुपये मिलते हैं

PM Kisan Yojana: देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। बहुत से ऐसे किसान हैं जिन्हें फसल का नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएं चलाती है। इसी तरह की एक योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) है। इस योजना के तहत अब तक किसानों को 13 किश्तों में फायदा मिल चुका है। कहा जा रहा है कि 14वीं किश्त भी किसानों के अकाउंट में अगले महीने तक आ सकती है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना सरकार के लिए सबसे महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है। देश के करोड़ों किसानों को इस योजना का फायदा मिल रहा है। लेकिन सवाल ये है कि क्या पिता की खेती पर बेटे को फायदा मिल सकता है?

बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। ये पैसे किसानों को किश्तों में जारी किए जाते हैं। हर एक किश्त में 2,000 रुपये मिलते हैं। केंद्र सरकार की ओर से साल में तीन किश्तें जारी की जाती है। हर एक किश्त में 4 महीने में जारी की जाती है।

क्या पिता की खेती पर बेटे को मिलेंगे पैसे?

अगर कोई किसान किसी दूसरे किसान से जमीन लेकर किराए पर खेती करते हैं। तब ऐसी स्थिति में उसे भी योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। पीएम किसान में लैंड की ओनरशिप जरूरी है। लिहाजा पिता के नाम की खेती करने पर बेटे को पैसे नहीं मिलेंगे। पीएम किसान योजना के तहत परिवार के किसी एक सदस्य को फायदा मिलता है। अगर बेटे को पीएम किसान सम्मान निधि के पैसे चाहिए तो उन्हें सबसे पहले खेती अपने नाम कराना पड़ेगा। वहीं अगर कोई किसान या परिवार में कोई संवैधानिक पद पर है तो उसे लाभ नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, आर्किटेक्ट्स और वकील जैसे प्रोफेशनल्स को भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। भले ही वो किसानी भी करते हों। इसके साथ ही 10,000 रुपये से अधिक की मासिक पेंशन पाने वाले रिटायर्ट कर्मचारियों को भी इसका फायदा नहीं मिलेगा।

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