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दिल्ली: NEET-PG काउंसलिंग में देरी को लेकर सड़कों पर उतरे रेजिडेंट डॉक्टर, सफदरजंग-RML अस्पताल में सेवाएं प्रभावित

दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टरों ने NEET-PG की काउसंलिंग में हो रही देरी को लेकर सोमवार को सड़को पर उतरकर धरना दिया

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 27, 2021 पर 10:08 PM
दिल्ली: NEET-PG काउंसलिंग में देरी को लेकर सड़कों पर उतरे रेजिडेंट डॉक्टर, सफदरजंग-RML अस्पताल में सेवाएं प्रभावित
कई रेजिडेंट डॉक्टरों ने आंदोलन के समर्थन में सांकेतिक रूप से "अपने लैब कोट" लौटा दिए

दिल्ली में सोमवार 27 दिंसबर को बड़ी संख्या में रेजिडेंट डॉक्टरों ने NEET-PG काउंसलिंग में देरी को लेकर सड़कों पर उतरकर धरना दिया। कई डॉक्टरों ने तो आंदोलन के समर्थन में सांकेतिक रूप से "अपने लैब कोट लौटा दिए" और सड़कों पर मार्च निकाला। डॉक्टरों का आंदोलन जारी रहने से केंद्र सरकार द्वारा संचालित दिल्ली के तीन अस्पतालों - सफदरजंग, RML और लेडी हार्डिंग अस्पतालों के साथ ही दिल्ली सरकार के कुछ अस्पतालों में भी मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ।

फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहा है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष ने दावा किया कि बड़ी संख्या में रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार को सांकेतिक रूप से अपना एप्रन (लैब कोट) वापस कर दिया। उन्होंने कहा, "हमने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) कैंपस से सुप्रीम कोर्ट तक मार्च करने की भी कोशिश की, लेकिन जैसे ही हमने शुरू किया, सुरक्षाकर्मियों ने हमें आगे बढ़ने से रोक दिया।"

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मनीष ने यह भी आरोप लगाया कि कई डॉक्टरों को पुलिस ने "हिरासत में" लिया और उन्हें थाने ले जाया गया। कुछ समय बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया जिससे कुछ डॉक्टर घायल हो गए। एसोसिएशन ने अपने ट्विटर हैंडल में पुलिस कर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हाथापाई की तस्वीरें पोस्ट की।

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