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Holi 2024: पूरी दुनिया में मशहूर है बरसाना की लट्ठमार होली, जानिए इस साल किस दिन खेली जाएगी

Holi in Radha Rani Mandir Barsana: कृष्ण नगरी मथुरा में 40 दिन तक होली का त्योहार मनाया जाता है। यहां बसंत पंचमी के दिन से होली का त्योहार शुरू हो जाता है। इस बीच बरसाना में राधा रानी मंदिर की लट्ठमार होली पूरी दुनिया में मशहूर है। मथुरा और ब्रज में खेली जाने वाली होली राधा कृष्ण के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है

Jitendra Singhअपडेटेड Feb 25, 2024 पर 5:14 PM
Holi 2024: पूरी दुनिया में मशहूर है बरसाना की लट्ठमार होली, जानिए इस साल किस दिन खेली जाएगी
Holi 2024: शासन ने बरसाना की होली के प्रांतीय मेले के लिए 65 लाख रुपये का बजट दिया है।

Holi 2024: होली का त्योहार देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। इसमें बरसाना की होली पूरी दुनिया में मशहूर है। ब्रज में होली का त्योहार बसंत पंचमी से शुरू हो चुका है। इस दिन होली का डंडा गाड़ा जाता है। ब्रज में होली 40 दिन तक मनाई जाती है। 17 मार्च 2024 को बरसाना में लड्‌डू की होली खेली जाएगी। ये पर्व द्वापर युग से मनाया जा रहा है। हा जाता है कि नंदगांव से होली खेलने के लिए बरसाना आने का आमंत्रण स्वीकार करने की परंपरा इस होली से जुड़ी हुई है। जिसका आज भी पालन किया जाता है। आमंत्रण स्वीकार करने के बाद यहां सैकड़ों किलो लड्डू बरसाए जाते हैं।

मथुरा, वृंदावन और बरसाना की होली देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। बरसाना की लट्ठमार होली पूरी दुनिया में मशहूर है। इस साल बरसाना में लट्ठमार होली 18 मार्च 2024 को मनाई जाएगी। फाल्गुन महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को बरसाने में गोपियां बनीं महिलाएं नंदगांव से आए पुरूषों पर लाठी बरसाती हैं। पुरुष ढाल का इस्तेमाल कर खुद को बचाते हैं।

कैसे हुई लट्ठमार होली की शुरुआत?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बरसाना की लट्ठमार होली भगवान कृष्ण की लीलाओं का एक हिस्सा है। कहा जाता है कि श्री कृष्ण अपने सखाओं के साथ कमर में फेंटा लगाए राधा रानी और उनकी सखियों के साथ होली खेलने बरसाना पहुंचते थे। उनकी हरकतों से परेशान होकर उन्‍हें सबक सिखाने के लिए राधा और उनकी सखियां उन पर डंडे बरसाती थीं। उनकी मार से बचने के लिए कृष्ण और उनके मित्र लाठी और ढालों का उपयोग करते थे। धीरे-धीरे यह परंपरा बन गई। इस लट्ठमार होली को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग पहुंचते हैं। होली से कुछ दिन पहले लट्ठमार होली खेली जाती है।

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