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Maha Kumbh 2025: कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने त्रिवेणी संगम में लगाई पवित्र डुबकी, योगी सरकार की तारीफ में पढ़े कसीदे

Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, रविवार (9 फरवरी) शाम आठ बजे तक 1.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। 13 जनवरी से नौ फरवरी तक 43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में गंगा में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। इस क्रम में कांग्रेस नेता और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भी त्रिवेणी संगम प्रयागराज पहुंचकर स्नान किया

Akhileshअपडेटेड Feb 09, 2025 पर 10:30 PM
Maha Kumbh 2025: कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने त्रिवेणी संगम में लगाई पवित्र डुबकी, योगी सरकार की तारीफ में पढ़े कसीदे
Maha Kumbh Mela 2025: कांग्रेस के सीनियर नेता डीके शिवकुमार ने रविवार को अपने परिवार के साथ प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में भाग लिया और त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई

Maha Kumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में नेताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी रविवार (9 फरवरी) को अपने परिवार के साथ महाकुंभ में पवित्र स्नान करने के लिए पहुंचे। शिवकुमार ने परिवार के साथ महाकुंभ मेले में भाग लिया और त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। उन्होंने महाकुंभ के आयोजन के लिए योगी सरकार को बधाई दी। दिग्गज कांग्रेसी नेता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस पवित्र आयोजन के लिए सभी आयोजकों को धन्यवाद। यह किसी के भी जीवन का एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यहां आए करोड़ों लोगों के लिए जो व्यवस्था की है, यह कोई छोटा काम नहीं है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, डीके शिवकुमार ने कहा, "उन्होंने (योगी सरकार) अच्छा काम किया है। मैं महाकुंभ का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री मुझसे मिलने बेंगलुरु आए थे और उन्होंने ही मुझे महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण दिया। मेरे लिए यह एक शानदार अनुभव था।" डिप्टी सीएम ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि पूरे देश के लोग विभिन्न राज्यों से यहां आए हैं और इस दौरान मैं यहां पूरे देश के बहुत सारे लोगों से मिल पाया। प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती जैसी पवित्र नदिया हैं, जिसने इस अनुभव को और भी महान दिया है। मुझे आशा है कि शांति और समृद्धि बनी रहे और गंगा तथा भगवान शिव हमारे जीवन में शांति बनाए रखें।"

उन्होंने आगे कहा, "हम कर्नाटक में भी यही कह रहे हैं कि महाकुंभ हमारे देश की सबसे बड़ी विरासत और संस्कृति है। यह आज की बात नहीं है बल्कि हजारों साल पहले हमारे इतिहासकारों, दैवीय शक्तियों ने इसे बनाया है और हम सभी इसमें शामिल हुए हैं। यह केवल पानी नहीं है, बल्कि यह मानवता है। हालांकि, यहां कुछ घटनाएं घटी थी, लेकिन इतना बड़ा आयोजन करना कोई मजाक नहीं है।"

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