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Carraro India IPO: कैसा है कैरारो इंडिया का आईपीओ, क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?

कैरारो इंडिया देश में एग्रीकल्चरल ट्रैक्टर और कंस्ट्रक्शन व्हीकल मार्केट की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है। इसका फायदा इसे मिलता है। इसके प्रोडक्ट्स की रेंज इसे दूसरी कंपनियों से अलग करती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 21, 2024 पर 7:48 PM
Carraro India IPO: कैसा है कैरारो इंडिया का आईपीओ, क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
इस कंपनी का दबदबा नॉन-कैप्टिव एग्रीकल्चरल ट्रैक्टर ट्रांसमिशन मार्केट में है। यह इस मार्केट की अकेली बड़ी सप्लायर है।

कैरारो इंडिया का आईपीओ 20 दिसंबर को खुल गया है। यह टेक्नोलॉजी आधारित ऑटो एंसिलियरी कंपनी है, जो एग्रीकल्चर और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट सेक्टर में अपनी लीडरशिप पोजीशन के लिए जानी जाती है। कंपनी ने आईपीओ में शेयर का जो प्राइस रखा है, वह ज्यादा लगता है। इसका असर इस आईपीओ में निवेशकों की दिलचस्पी पर पड़ सकता है। इनवेस्टर्स जो लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, वे इस कंपनी के स्ट्रॉन्ग बिजनेस का फायदा उठाने के लिए अट्रैक्टिव प्राइस पर लिस्टिंग के बाद इसमें निवेश कर सकते हैं।

कई दिग्गज कंपनियां क्लाइंट्स लिस्ट में

आईपीओ में शेयरों के अपर प्राइस बैंड पर यह इश्यू करीब 1,250 करोड़ रुपये का है। अपर प्राइस पर इंप्लॉयड मार्केट कैपिटलाइजेशन 4,002 करोड़ रुपये है। कंपनी एग्रीकल्चरल ट्रैक्टर्स और कंस्ट्रक्शन व्हीकल्स के लिए एक्सल्स और ट्रांसमिशन सिस्टम बनाती है। इसके प्रमुख ऑरिजिनल इक्विमेंट मैन्युफैक्चरर (OEM) क्लाइंट्स में Mahindra, Tata Hitachi, Escorts Kubota, TAFE, John Deere, Cartepillar और CNH शामिल हैं। यह कंपनी एग्रीकल्चरल और कंस्ट्रक्शन दोनों सेक्टर को सेवाएं देती है।

एग्रीकल्चरल ट्रैक्टर की सबसे पुरानी कपनियों में शामिल

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