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Drone Destination IPO: खुल गया ड्रोन कंपनी का आईपीओ, ग्रे मार्केट से मिल रहे मजबूत संकेत

Drone Destination IPO: ड्रोन कंपनी ड्रोन डेस्टिनेशन का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है। इसमें अगले हफ्ते गुरुवार तक पैसे लगाने सकेंगे। Drone Destination के आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर ही जारी होंगे। ग्रे मार्केट में इसके शेयरों की स्थिति काफी मजबूत दिख रही है। चेक करें इश्यू से जुड़ी पूरी डिटेल्स और फिर निवेश से जुड़ा फैसला लें

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jul 07, 2023 पर 10:03 AM
Drone Destination IPO: खुल गया ड्रोन कंपनी का आईपीओ, ग्रे मार्केट से मिल रहे मजबूत संकेत
Drone Destination करीब चार साल पहले 2019 में शुरू किया गया था और यह ड्रोन की सर्विस और ट्रेनिंग कंपनी है। (File Photo- Pixabay)

Drone Destination IPO: ड्रोन सर्विस और ट्रेनिंग कंपनी ड्रोन डेस्टिनेशन का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है। Drone Destination के 44 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर ही जारी होंगे यानी कि ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत मौजूदा शेयरधारक और प्रमोटर्स अपने हिस्से के शेयरों को नहीं बेचेंगे। ग्रे मार्केट की बात करें तो इसके शेयर इश्यू के प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से 45 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) यानी 69.23% प्रीमियम पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर निवेश का फैसला लेना चाहिए। इश्यू से जुड़ी पूरी डिटेल्स नीचे दी जा रही है।

Drone Destination IPO की डिटेल्स

द्रोण डेस्टिनेशन का 44.20 करोड़ रुपये के आईपीओ में 13 जुलाई तक पैसे लगा सकेंगे। इस इश्यू के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 68 लाख शेयर जारी होंगे। आईपीओ के लिए 62-65 रुपये का प्राइस बैंड और 2 हजार शेयरों का लॉट फिक्स किया गया है। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है।

आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 18 जुलाई को फाइनल होगा। इश्यू के लिए रजिस्ट्रार Maashitla Securities है। इसके शेयरों की लिस्टिंग एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म NSE SME पर होगी और इसके लिए 21 जुलाई का दिन फिक्स किया गया है। नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी नए ड्रोन खरीदने, गाड़ी खरीदने, कैपिटल एक्सपेंडिचर और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों में करेगी।

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