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Mobikwik ने अपने IPO का साइज 1,900 करोड़ से घटाकर 572 करोड़ रुपये किया, जानें क्यों?

मोबिक्विक के फाउंडर और सीईओ बिपिन सिंह ने कंपनी का आईपीओ (IPO) साइज कम करने की वजहों के बारे में बताया है। कंपनी ने अपने IPO का साइज 1,900 करोड़ रुपये से घटाकर 572 करोड़ रुपये कर दिया है। उनका कहना था कि कंपनी को अब उतने फंड की जरूरत नहीं है, जितनी पहले महसूस की जा रही थी। अब कंपनी 572 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। यह इश्यू 100 पर्सेंट फ्रेश इश्यू है और इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) का कोई कंपोनेंट नहीं है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 06, 2024 पर 4:00 PM
Mobikwik ने अपने IPO का साइज 1,900 करोड़ से घटाकर 572 करोड़ रुपये किया, जानें क्यों?
अपर प्राइस बैंड के लिहाज से फर्म का कुल मार्केट कैप तकरीबन 2,165 करोड़ रुपये होगा।

मोबिक्विक (Mobikwik) के फाउंडर और सीईओ बिपिन सिंह ने कंपनी का आईपीओ (IPO) साइज कम करने की वजहों के बारे में बताया है। कंपनी ने अपने IPO का साइज 1,900 करोड़ रुपये से घटाकर 572 करोड़ रुपये कर दिया है। उनका कहना था कि कंपनी को अब उतने फंड की जरूरत नहीं है, जितनी पहले महसूस की जा रही थी।

सिंह ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा, 'जब हमने फंड जुटाने की योजना तैयार की थी, तो बाजार अलग था। उस वक्त हम हर कीमत पर ग्रोथ चाहते थे। हालांकि, आज कंपनी मुनाफे में है और हमें ज्यादा कैश की जरूरत नहीं है। हमें अब फंड को लेकर ज्यादा आगे बढ़ने की जरूरत नहीं है।' मोबिक्विक ने जुलाई 2021 में 1,900 करोड़ रुपये के IPO के लिए दस्तावेज सौंपे थे, लेकिन जनवरी 2024 में इस IPO का साइज घटाकर 700 करोड़ रुपये कर दिया गया।

अब कंपनी 572 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। यह इश्यू 100 पर्सेंट फ्रेश इश्यू है और इसमें ऑफर फॉर सेल (OFS) का कोई कंपोनेंट नहीं है। मोबिक्विक के फाउंडर का यह भी कहना था कि पेमेंट्स सेगमेंट में मार्जिन काफी कम है, लेकिन पेमेंट्स का बाजार काफी बड़ा है। कंपनी अपनी डिस्ट्रिब्यूशन इकाई का भी विस्तार करने की तैयारी में है, जो लोन और म्यूचुअल फंड बेच रही है।

सिंह ने कहा, 'इसका मकसद पेमेंट्स पर फोकस करना, यूजर्स को जोड़े रखना और इसके बाद लोन और म्यूचुअल फंड्स भी बेचना है।' IPO के लिए एंकर बिडिंग 10 दिसंबर को शुरू होगी और पब्लिक के यह इश्यू 11 दिसंबर को लॉन्च होगा और 13 दिसंबर को बंद हो जाएगा। आवंटन के लिए 16 दिसंबर की तारीख तय की गई है और इसके बाद रिफंड और इक्विटी क्रेडिट 17 दिसंबर को होंगे।

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