Credit Cards

Titan-Kalyan Jewellers को टक्कर देने आ रही Senco Gold, आज खुल गया आईपीओ, एक्सपर्ट ने दी ये सलाह

Senco Gold IPO: गहने बेचने वाली दिग्गज कंपनी सेन्को गोल्ड (Senco Gold) का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए आज खुल गया है। लिस्ट होने के बाद यह लिस्टेड मार्केट में टाटा ग्रुप (Tata Group) की टाइटन (Titan) और कल्याण ज्वैलर्स (Kalyan Jewellers) को टक्कर देगी। चेक करें ग्रे मार्केट में क्या स्थिति है और निवेश को लेकर एक्सपर्ट्स का क्या कहना है

अपडेटेड Jul 04, 2023 पर 12:55 PM
Story continues below Advertisement
Senco Gold एंड डायमंड्स ब्रांड के तहत यह कंपनी देश भर में गहने बेचती है। यह कंपनी न सिर्फ सोने-चांदी, प्लेटनिम, डायमंड और बाकी मेटल्स के गहने बेचती है बल्कि यह कॉस्ट्यूम ज्वैलरी, सोने-चांदी के सिक्के और चांदी के बर्तन भी बेचती है। (File Photo)

Senco Gold IPO: गहने बेचने वाली दिग्गज कंपनी सेन्को गोल्ड (Senco Gold) का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए आज खुल गया है। इसके मजबूत फंडामेंटल्स और बेहतर आउटलुक को देखते हुए एनालिस्ट्स इसे लेकर पॉजिटिव दिख रहे हैं। ग्रे मार्केट की बात करें तो इसके शेयर आईपीओ के प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से यह 120 रुपये यानी करीब 38 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फाइनेंशियल्स और फंडामेंटल्स के आधार पर निवेश का फैसला लेना चाहिए। इसकी पियर्स टाइटन (Titan) और कल्याण ज्वैलर्स इत्यादि हैं।

Senco Gold IPO की डिटेल्स

सेन्को गोल्ड के 405 करोड़ रुपये के आईपीओ में 6 जुलाई तक पैसे लगा सकते हैं। इस इश्यू के तहत 270 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और 135 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री होगी। 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयरों के लिए 301-317 रुपये का प्राइस बैंड और 47 शेयरों का लॉट फिक्स किया गया है। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB),15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है।


IDFC और IDFC First Bank के विलय को मंजूरी, शेयरहोल्डर्स के पोर्टफोलियो में इस फॉर्मूले से होगा बदलाव

आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 11 जुलाई को फाइनल होगा और लिस्टिंग के लिए 14 जुलाई का दिन फिक्स किया गया है। शेयरों की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर होगी। नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी। कंपनी 21 एंकर निवेशकों से 121.49 करोड़ रुपये जुटा चुकी है।

एक्सपर्ट्स का क्या कहना है

SBICAP Securities के एनालिस्ट्स के मुताबिक प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से इसका कारोबार वित्त वर्ष 2023 के EPS से 15.5 गुने पर है। पिछले तीन वर्षों में इसका रेवेन्यू, मुनाफा और आरओई लगातार बढ़ा है। ज्वैलरी बिजनेस में इसकी मजबूत स्थिति को देखते हुए ब्रोकरेज का मानना है कि यह अपना कारोबार मजबूती से बढ़ाएगी।

ऑनलाइन गेम की लत में गंवाए ₹70 लाख, फिर परिवार ने भी छोड़ा, पत्नी की जिद पर 7 महीने बाद लौटी खुशियां

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के एनालिस्ट्स के मुताबिक सेन्को अपने पियर्स के मुकाबले सस्ते भाव में मिल रहा है। ब्रोकरेज का मानना है कि मजबूत ब्रांड, पांच दशकों से अधिक की विरासत, शोरूम से मजबूत कारोबार और एसेट-लाइट फ्रैंचाइज़ी मॉडल से कंपनी को फायदा मिलेगा। इन सब वजहों से ब्रोकरेज ने मीडियम से लॉन्ग टर्म के लिए इस इश्यू 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी है।

PEER-COMPARISON

निवेश को लेकर ये हैं रिस्क

ब्रोकरेज ने सेन्को गोल्ड में निवेश को लेकर कुछ रिस्क भी बताए हैं। एनालिस्ट्स के मुताबिक पियर्स की तुलना में हाई वर्किंग कैपिटल साइकिल के अलावा कुछ लीगल और रेगुलेटरी कार्यवाही में कंपनी और इसके डायरेक्ट्स और प्रमोटर्स की भागीदारी के चलते निवेश पर रिस्क है। कच्चे माल की खरीदारी और ग्रोथ में तेजी लाने के लिए कंपनी को भारी मात्रा में पूंजी की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा यह ऐसे सेगमेंट में कारोबार करती है जिसमें कॉम्पटीशन बहुत है।

HMA Agro IPO Listing: बीफ कंपनी की मार्केट में धांसू एंट्री, हर शेयर पर आईपीओ निवेशक इतने मुनाफे में

कंपनी के बारे में डिटेल्स

सेन्को गोल्ड एंड डायमंड्स ब्रांड के तहत यह कंपनी देश भर में गहने बेचती है। यह कंपनी न सिर्फ सोने-चांदी, प्लेटनिम, डायमंड और बाकी मेटल्स के गहने बेचती है बल्कि यह कॉस्ट्यूम ज्वैलरी, सोने-चांदी के सिक्के और चांदी के बर्तन भी बेचती है। देश के 13 राज्यों के 99 शहरों और नगरों में इसके 136 से अधिक शोरूम हैं जिसमें से 70 यह कंपनी खुद ऑपरेट करती है और 61 फ्रेंचाइजी शोरूम हैं।

TCS इस दिन जारी करेगी जून तिमाही का लेखा-जोखा, डिविडेंड के लिए यह रिकॉर्ड डेट फिक्स

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसकी सेहत लगातार मजबूत हुआ है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 61.48 करोड़ रुपये का कंसालिडेटेड शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले ही वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 129.10 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। अगले ही वित्त वर्ष 2023 में यह उछलकर 158.48 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका कंसालिडेटेड रेवेन्यू भी लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में 2,674.92 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2022 में 3,547.41 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 4,108.54 करोड़ रुपये पर कंसालिडेटेड रेवेन्यू पहुंच गया।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।