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Suraksha Diagnostic IPO के लिस्टिंग की एक्सपर्ट स्ट्रैटेजी, ग्रे मार्केट से ये हैं संकेत

Suraksha Diagnostic IPO Listing: सुरक्षा डायग्नॉस्टिक पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी टेस्टिंग और मेडिकल कंसल्टेंसी सर्विसेज ऑफर करती है। इसके आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और खुदरा निवेशकों का हिस्सा पूरा भर नहीं पाया था। आईपीओ के तहत नया शेयर नहीं जारी हुआ है और सिर्फ ऑफर फॉर सेल के तहत ही शेयर ही बिके हैं। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Dec 05, 2024 पर 5:14 PM
Suraksha Diagnostic IPO के लिस्टिंग की एक्सपर्ट स्ट्रैटेजी, ग्रे मार्केट से ये हैं संकेत
Suraksha Diagnostic IPO Listing: सुरक्षा डायग्नॉस्टिक का ₹846.25 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 नवंबर से 3 दिसंबर तक खुला था। अब इसके लिस्टिंग की तैयारी है।

Suraksha Diagnostic IPO Lisitng Strategy: सुरक्षा डायग्नॉस्टिक के आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और अब इसके लिस्टिंग की तैयारी है। इसके शेयरों की कल 6 दिसंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग की तैयारी है। ग्रे मार्केट से मिले संकेतों के मुताबिक निवेशकों को खास मुनाफे की उम्मीद नहीं है। ग्रे मार्केट में इसकी GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) 13 रुपये यानी 2.95 फीसदी है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक लिस्टिंग गेन का ग्रे मार्केट से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि यह लिस्टिंग के दिन मार्केट की परिस्थिति और कंपनी के फंडामेंटल्स-फाइनेंशियल्स पर निर्भर करता है।

Suraksha Diagnostic IPO Lisitng Strategy: एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?

स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट प्रथमेश मासदेकर (Prathamesh Masdekar) का कहना है कि आईपीओ के अपर प्राइस बैंड के हिसाब से पियर्स के मुकाबले इसका वैल्यूएशन काफी महंगा है। इसके अलावा इसकी कारोबारी सेहत में भी उतार-चढ़ाव रहा है लेकिन हालिया तिमाहियों में रिकवरी के भी संकेत मिले। ऐसे में जिन आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर अलॉट हुए हैं, उन्होंने इसे होल्ड करने की सलाह दी है और आने वाली तिमाहियों में कंपनी के परफॉरमेंस पर नजर रखने की सलाह दी है।

वहीं दूसरी तरफ आनंद राठी शेयर्स के फंडामेंटल रिसर्च-इनवेस्टमेंट सर्विसेज के प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने निवेशकों को सतर्क रहने को कहा है। हाई वैल्यूएशन के अलावा उन्होंने डायग्नोस्टिक सेक्टर में हाई कॉम्पटीशन और इसकी देश के पूर्वी हिस्से में ही मौजूदगी के चलते यह रुझान दिखाया।

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