लोकसभा के नतीजों के अब तक जो ट्रेंड आए हैं, उसके मुताबिक बीजेपी के लिए नतीजे मिलेजुले हैं। बीजेपी का प्रदर्शन 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों जैसा नहीं है। हालांकि, कुछ राज्यों में इसका प्रदर्शन अच्छा रहा है। पार्टी ने दक्षिण के राज्यों में भी सेंध लगाई है। बीजेपी इससे पहले इससे मुश्किल वक्त का सामना कर चुकी है और इससे निकलने में सफल रही है। स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी लग रही है। दरअसल, बीजेपी ने खुद अपने लिए इतने ऊंचे मानदंड तय किए हैं, जिससे थोड़ा भी दूर रह जाने पर कई लोग उसे असफलता के रूप में देखते हैं, जो सही नहीं है।