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जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में NDA एवं I.N.D.I.A. के बीच कड़ी टक्कर, Exit Poll में दोनों को 3-3 सीटें मिलने की उम्मीद

Jammu-Kashmir and LadakhExit Poll 2024: यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आर्टिकल 370 के निरस्त होने और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के लागू होने के बाद घाटी में पहला आम चुनाव था। लद्दाख पहले जम्मू-कश्मीर का ही हिस्सा था, लेकिन 5 अगस्त 2019 से एक अलग केंद्र शासित प्रदेश है

Akhileshअपडेटेड Jun 01, 2024 पर 11:14 PM
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में NDA एवं I.N.D.I.A. के बीच कड़ी टक्कर, Exit Poll में दोनों को 3-3 सीटें मिलने की उम्मीद
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में NDA एवं I.N.D.I.A. के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है

Jammu-Kashmir and LadakhExit Poll 2024: लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के बाद आए News18 Mega Exit Poll 2024 के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और कांग्रेस की अगुवाई वाले I.N.D.I.A. ब्लॉक के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है। जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख में कुल 6 सीटें हैं। जिनमें से NDA और गठबंधन को 3-3 सीटें मिलने की उम्मीद है। जम्मू और कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पहली बार आम चुनाव हुए, जिसमें 19 अप्रैल से 20 मई तक 5 चरणों में मतदान हुआ।

जम्मू और कश्मीर की पांच लोकसभा सीटें उधमपुर, जम्मू, श्रीनगर, बारामुल्ला और अनंतनाग-राजौरी हैं। I.N.D.I.A. ब्लॉक ने सभी पांचों सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिसमें JKNC ने 3 और कांग्रेस ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा। वहीं, बीजेपी ने दो सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जिसमें उधमपुर से केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और जम्मू से मौजूदा सांसद जुगल किशोर शर्मा शामिल हैं। न्यूज18 मेगा एग्जिट पोल 2024 सर्वे के अनुसार, बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA और कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I.A. को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तीन-तीन सीटें मिल सकती हैं।

यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आर्टिकल 370 के निरस्त होने और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के लागू होने के बाद घाटी में पहला आम चुनाव था। लद्दाख पहले जम्मू-कश्मीर का ही हिस्सा था, लेकिन अब एक अलग केंद्र शासित प्रदेश है।

यह चुनाव जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए परिसीमन के बाद आयोजित किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप लोकसभा की सीटें छह से घटकर पांच हो गई थीं। वहीं, लद्दाख लोकसभा सीट अब नए स्थापित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का हिस्सा है।

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