35 साल के बाद पहली बार बरेली लोकसभा सीट का चुनाव बिना संतोष गंगवार के हो रहा है। ये वही सीट है, जिस पर संतोष गंगवार आठ बार लोकसभा चुनाव जीते और केवल 2009 में सिर्फ 9,000 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी से चुनाव हार गए थे। इस बार बीजेपी नेतृत्व ने संतोष गंगवार की उम्र को देखते हुए उन्हें टिकट नहीं दिया। इसलिए इस सीट पर लड़ाई बहुत रोचक हो रही है। भारतीय जनता पार्टी ने संतोष गंगवार की जगह छत्रपाल सिंह गंगवार को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने यहां पर 2009 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते प्रवीण सिंह एरन को टिकट दिया है। बसपा ने यहां पर छोटेलाल गंगवार को टिकट दिया था, लेकिन उनका पर्चा खारिज हो गया। इसका पूरा लाभ भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार को मिल रहा है। बसपा प्रत्याशी के रहते कुर्मी वोटों में जो बटवारा होता, वो अब नहीं होगा। इस लिए लड़ाई यहां बहुत ही रोचक है, लेकिन कुर्मी बहुल इस सीट पर बीजेपी का असर साफ दिखता है।