Loksabha Elections 2024: इस बार के लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में मनरेगा (MGNREGA) वर्कर्स की चांदी हो गई है। उनकी मांग बढ़ गई है। राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के लिए बतौर पार्टी वर्कर्स उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे नई बहस शुरू हो ई है। कई लोग राजनीतिक फायदे के लिए मनरेगा वर्कर्स के इस्तेमाल पर सवाल खड़े कर रहे हैं। मनरेगा वर्कर्स को आम तौर पर दिन भर काम करने के बाद करीब 250 रुपये की मजदूरी मिलती है। राजनीतिक पार्टियां उन्हें अपने कार्यक्रम में बुलाने और प्रचार करने के लिए रोजाना 300 रुपये तक दे रही हैं। इसके अलावा उन्हें रोजाना तीन वक्त का खाना और रात में शराब तक ऑफर की जा रही है। इसका नतीजा यह हुआ है कि राज्य में मनरेगा वर्कर्स की कमी हो गई है। उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गावों में विकास से जुड़े काम करने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं।