Get App

UP Lok Sabha Election 2024: क्या मथुरा में जीत की हैट्रिक लगाएंगी हेमा मालिनी? ब्रज की जनता किसे देगी आशीर्वाद, जानें सियासी समीकरण

Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी के विजय रथ को रोकने के लिए विपक्षी दलों ने एकजुट होकर I.N.D.I.A गठबंधन बनाया, जो लोकसा चुनाव से पहले ही बिखरते जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सभी पार्टियों के लिए काफी अहम है, क्योंकि यहां 80 संसदीय क्षेत्र है

Akhileshअपडेटेड Apr 23, 2024 पर 3:22 PM
UP Lok Sabha Election 2024: क्या मथुरा में जीत की हैट्रिक लगाएंगी हेमा मालिनी? ब्रज की जनता किसे देगी आशीर्वाद, जानें सियासी समीकरण
UP Lok Sabha Elections 2024: मथुरा से 2 बार की सांसद हेमा मालिनी एक और कार्यकाल के लिए मैदान में हैं

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी अभियान में जुट गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी तीसरी बार केंद्र की सत्ता पर काबिज होने की रेस में है। वहीं, बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए विपक्षी दलों ने एकजुट होकर I.N.D.I.A गठबंधन बनाया है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सभी पार्टियों के लिए काफी अहम है, क्योंकि यहां 80 संसदीय क्षेत्र है। इस क्रम में आज हम बात कर रहे हैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आने वाले चर्चित लोकसभा सीट मथुरा (Mathura Parliament Constituency) की, जिसका एक अलग धार्मिक महत्व है।

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार मथुरा में भगवान कृष्ण का जन्मस्थान है। हिंदू पक्ष के लिए मथुरा-वृंदावन धार्मिक केंद्र का हिस्सा है। अयोध्या के बाद श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद विवाद के कारण मथुरा अक्सर सुर्खियों में बना रहता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अयोध्या के राम मंदिर का जिक्र करते हुए वाराणसी और मथुरा का मुद्दा उठाया था। सपा की तरफ से कांग्रेस को इस बार मथुरा सीट दी गई है।

मथुरा में हैट्रिक लगाने की तैयारी में बीजेपी

BJP-RLD गठबंधन उम्मीदवार के तौर पर जयंत चौधरी 2009 में मथुरा से सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में दिग्गज एक्ट्रेस हेमा मालिनी को मथुरा लोकसभा सीट पर जीत मिली। हेमा मालिनी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जयंत चौधरी को शिकस्त दी थी। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में हेमा मालिनी से RLD प्रत्याशी कुंवर नरेंद्र सिंह को हार का सामना करना पड़ा। अब 2024 में देखना होगा कि जनता का आशीर्वाद किसे प्राप्त होता है, क्योंकि इस बार RLD और भगवा पार्टी एक साथ चुनाव लड़ रही हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें