"हां, यहां की राजनीति में यादवों का दबदबा है...लेकिन अब सभी समाजवादी पार्टी के साथ नहीं हैं। कानून और व्यवस्था महत्वपूर्ण है, गुंडागर्दी वापस नहीं चाहिए। इस चुनाव में एकमात्र फैक्टर नरेंद्र मोदी हैं।" ऐसा ग्रामीण मणिपुरी गांव के लोगों के एक समूह का कहना है, जिनमें से कुछ यादव समुदाय से हैं। उत्तर प्रदेश के यादव बेल्ट में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर अगर यात्रा करेंगे- फिरोजाबाद से मणिपुरी, इटावा और फर्रुखाबाद, और बदांयू से कन्नौज तक, तो एक बात साफ है। समाजवादी पार्टी भले ही अखिलेश यादव और डिंपल यादव के नेतृत्व में चुनावी मैदान में अपनी दिग्गज चेहरों के साथ मैदान में है, लेकिन कानून-व्यवस्था पर अपने प्रदर्शन को देखते हुए बीजेपी इस खेल में मजबूती से बनी हुई है, जिसे कुछ यादव भी इसमें एक बड़ा कारक मानते हैं। यहां भी भारी फैक्टर नरेंद्र मोदी ही हैं।