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UP Loksabha Election: मुजफ्फरनगर में इस बार त्रिकोणीय लड़ाई, सपा, बसपा के बीच बटेगा मुस्लिम वोट, जाटों को लुभा ले जाएंगी BJP-RLD?

UP Loksabha Election 2024: इस बार का चुनाव 2019 के चुनाव से बिल्कुल अलग है। अलग इस दृष्टिकोण से कि पिछले चुनाव में BSP भी सपा और RLD के गठबंधन में शामिल थी, लेकिन इस बार BSP अलग चुनाव लड़ रही है। अलग इस दृष्टिकोण से कि बीजेपी को अंदर से ही कुछ लोग चुनौती दे रहे हैं

Brijesh Shuklaअपडेटेड Apr 14, 2024 पर 11:33 PM
UP Loksabha Election: मुजफ्फरनगर में इस बार त्रिकोणीय लड़ाई, सपा, बसपा के बीच बटेगा मुस्लिम वोट, जाटों को लुभा ले जाएंगी BJP-RLD?
UP Loksabha Election 2024: विडंबना ही है कि अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी किसी सूरत पर संजीव बालियान को चुनाव जितवा देना चाहते हैं

UP Loksabha Election 2024: "भारत का चीनी बाउल।" गन्ने की किसानी के लिए मशहूर मुजफ्फरनगर। फिलहाल यहां पर चुनावी युद्ध हो रहा है। मुजफ्फरनगर वो लोकसभा सीट है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के संजीव बालियान ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल के दिग्गज नेता और सपा-बसपा-RLD गठबंधन के प्रत्याशी अजीत सिंह को हरा दिया था। लेकिन वही संजीव बालियान इस समय अपनी ही पार्टी की आंतरिक कलह से जूझ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे सुलझाने की कोशिश की है। मुजफ्फरनगर के अमित सिंह कहते हैं कि योगी से बड़ा कोई नेता नहीं है। उनकी एक आवाज विवाद को खत्म करने के लिए काफी है और विवाद खत्म भी हो चुका है।

अब क्या होगा यह कहना कठिन है। लेकिन फिलहाल यहां लड़ाई भाजपा के संजीव बालियान, I.N.D.I.A. गठबंधन के हरेंद्र मलिक और BSP के दारा सिंह प्रजापति के बीच हो रही है। लेकिन बहुजन समाज पार्टी के सामने एक बड़ी समस्या ये है कि मुस्लिम वोट को अपने पक्ष में लाने की कोशिशें, अब तक बेकार हो चुकी हैं।

चुनाव आते-आते बदल न जाए लड़ाई का रुख

इसलिए कहीं चुनाव मतदान आते-आते यह लड़ाई आमने-सामने यानि संजीव बालियान और हरेंद्र मलिक के बीच न हो जाए। लेकिन बसपा समर्थकों का दावा अलग है। बसपा के ही एक कैडर राम सिंह कहते हैं कि बसपा दिन-प्रति दिन मजबूत हो रही है और उसकी लड़ाई सिर्फ बीजेपी से है। मुसलमान भी यह समझ रहे हैं कि अगर उन्होंने हाथी को वोट दे दिया, तो बीजेपी हार जाएगी।

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