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IT Stocks: अमेरिका से आई दो बड़ी खबर, टूट गया निफ्टी आईटी की दो दिनों की गिरावट का सिलसिला

IT Stocks: घरेलू स्टॉक मार्केट में आज आईटी कंपनियों के शेयर रॉकेट बन गए। दो वजहों से निफ्टी आईटी में लगातार दो दिनों की गिरावट आज थम गई और सेक्टरवाइज सबसे अधिक तेजी इसी में रही। जिन दो वजहों से निफ्टी आईटी में करीब एक फीसदी की तेजी आई है, वे दोनों ही वजह अमेरिका से जुड़ी हैं। जानिए क्या हैं ये दोनों वजह जिन्होंने घरेलू आईटी शेयरों को रॉकेट बना दिया?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड May 29, 2025 पर 12:46 PM
IT Stocks: अमेरिका से आई दो बड़ी खबर, टूट गया निफ्टी आईटी की दो दिनों की गिरावट का सिलसिला
IT Stocks: चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी की धमाकेदार तिमाही और अमेरिकी ट्रेड कोर्ट का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ पर रोक लगाने के फैसले ने आईटी शेयरों को रॉकेट बना दिया।

IT Stocks: चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एनवीडिया की धमाकेदार तिमाही और अमेरिकी ट्रेड कोर्ट का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ पर रोक लगाने के फैसले ने आईटी शेयरों को रॉकेट बना दिया। लगातार दो दिन से टूट रहा प्रमुख आईटी शेयरों को ट्रैक करने वाला निफ्टी आईटी इंडेक्स आज करीब एक फीसदी उछल गया और सेक्टरवाइज टॉप गेनर बन गया। स्टॉकवाइज बात करें तो निफ्टी आईटी पर सबसे तेज उछाल एलटीआई माइंडट्री (LTI Mindtree) में रही जो करीब 3 फीसदी उछल गया। वहीं पर्सिस्टेंट सिस्टम्स (Persistent Systems) और कोफोर्ज (Coforge) करीब 2 फीसदी तो इंफोसिस (Infosys) करीब डेढ़ फीसदी उछल गए। एमफेसिस (Mphasis) और टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) में करीब 1 फीसदी की तेजी आई तो विप्रो (Wipro) और टीसीएस (TCS) में मामूली तेजी है।

अमेरिकी कोर्ट के फैसले से भारतीय आईटी स्टॉक्स में तेजी क्यों?

अमेरिका के मैनहट्टन स्थित अंतरराष्ट्रीय व्यापार न्यायालय (कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड) ने फैसला सुनाया कि ट्रम्प ने उन देशों से आयात पर व्यापक शुल्क लगाकर अपने अधिकार का अतिक्रमण किया है जो अमेरिका से जितना खरीदते हैं, उससे कहीं अधिक अमेरिका को बेचते हैं। कोर्ट के मुताबिक अमेरिकी संविधान कांग्रेस को अन्य देशों के साथ रेगेलुटेड बिजनेस का विशेष अधिकार देता है। तीन जजेज के पैनल ने कहा कि टैरिफ के लीवरेज के रूप में इस्तेमाल करने की रणनीति पर कोर्ट विचार नहीं करेगा लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि कोर्ट का कहना है कि ऐसा इसलिए नहीं है कि यह अच्छी चीज नहीं है बल्कि इसलिए क्योंकि अमेरिकी संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है। ट्रंप प्रशासन ने इस फैसले के खिलाफ अपील की है। कोर्ट के फैसले से भारतीय मार्केट में आईटी कंपनियों के स्टॉक्स इसलिए उछल गए क्योंकि इनके रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी मार्केट से आता है। इससे पहले जब टैरिफ के चलते मंदी की आशंका गहराई थी तो आईटी स्टॉक्स धड़ाम से गिर गए थे।

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