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Jamie Dimon और Larry Fink ने इजराइल-हमास लड़ाई पर जताई चिंता, कहा-1938 के बाद ग्लोबल इकोनॉमी सबसे बड़े संकट में

Sunday Times को दिए इंटरव्यू में फिंक ने कहा कि जब रूस ने यूक्रेन पर हमले शुरू किए थे तब हमने कहा था कि शांति का समय खत्म हो गया है। हमारी जिंदगी पर सबसे ज्यादा असर जियोपॉलिटिकल रिस्क का पड़ता है। हम देख रहे हैं कि पूरी दुनिया में डर बढ़ रहा है और उम्मीद कम हो रही है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 06, 2023 पर 5:43 PM
Jamie Dimon और Larry Fink ने इजराइल-हमास लड़ाई पर जताई चिंता, कहा-1938 के बाद ग्लोबल इकोनॉमी सबसे बड़े संकट में
Dimon ने भी संडे टाइम्स से बातचीत में कहा कि हमास पर इजराइल के हमले और यूक्रेन-रूस की लड़ाई के नतीजे अप्रत्याशित हो सकते हैं।

मध्य-पूर्व में इजराइल और हमास की लड़ाई की वजह से ग्लोबल इकोनॉमी मंदी में जा सकती है। ब्लैकरॉक के चीफ एग्जिक्यूटिव Larry Fink ने यह आशंका जताई है। ब्लैकरॉक दुनिया का सबसे बड़ा एसेट मैनेजमेंट फंड है। उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला किया। उसके जवाब में इजराइल ने गाजा पर हमले शुरू किए। उधर, पिछले साल फरवरी में रूस ने यूक्रेन पर हमले शुरू किए थे। इन घटनाओं ने दुनिया को अलग तरह के भविष्य की तरफ धकेल दिया है। जेपी मॉर्गन के प्रमुख Jamie Dimon ने भी कहा है कि दुनिया 1938 के बाद सबसे गंभीर समस्या का सामना कर रही है। Sunday Times को दिए इंटरव्यू में फिंक ने कहा कि जब रूस ने यूक्रेन पर हमले शुरू किए थे तब हमने कहा था कि शांति का समय खत्म हो गया है। हमारी जिंदगी पर सबसे ज्यादा असर जियोपॉलिटिकल रिस्क का पड़ता है। हम देख रहे हैं कि पूरी दुनिया में डर बढ़ रहा है और उम्मीद कम हो रही है।

यूरोप और अमेरिका में आ सकती है मंदी

फिंक ने कहा कि डर बढ़ने पर लोग कंजम्प्शन घटा देते हैं या ज्यादा खर्च करने लगते हैं। इस तरह लंबे समय में डर की वजह से मंदी आती है। इसलिए अगर डर का माहौल बना रहता है तो यूरोप और अमेरिका में मंदी आने की आशंका बढ़ जाएगी। उधर, Dimon ने भी संडे टाइम्स से बातचीत में कहा कि हमास पर इजराइल के हमले और यूक्रेन-रूस की लड़ाई के नतीजे अप्रत्याशित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका में इकोनॉमी स्ट्रॉन्ग है। सिस्टम में कई तरह के फिस्कल और मॉनेटरी उपाय किए गए हैं। लेकिन, ये (हमास-इजरायल और रूस-यूक्रेन) जियोपॉलिटकल मामले 1938 के बाद से बहुत गंभीर हैं। अभी जियोपॉलिटकल मोर्चे पर जो हो रहा है वह दुनिया के भविष्य-आजादी, लोकतंत्र, फूड, एनर्जी और इमिग्रेशन के लिए बहुत अहम है।

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