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Ashok Leyland Share Price: बोर्ड ने इस विलय योजना को दी मंजूरी, 6% उछलकर शेयर पहुंचे रिकॉर्ड हाई पर

Ashok Leyland Share Price: हिंदुजा ग्रुप की कॉमर्शियल गाड़ियां बनाने वाली दिग्गज कंपनी अशोक लीलैंड के शेयरों में आज खरीदारी का तूफान आया और शेयर उछलकर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए। इस जोरदार तेजी की वजह अशोक लीलैंड के एक विलय के प्रस्ताव को बोर्ड की मंजूरी है। जानिए इस प्रस्ताव में क्या है जिसके चलते निवेशक इसके शेयरों पर टूट पड़े?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Nov 27, 2025 पर 5:03 PM
Ashok Leyland Share Price: बोर्ड ने इस विलय योजना को दी मंजूरी, 6% उछलकर शेयर पहुंचे रिकॉर्ड हाई पर
Ashok Leyland के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 25 नवंबर को बैठक हुई थी। बैठक में हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस को एनडीएल वेंचर्स में मिलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

Ashok Leyland Share Price: कॉमर्शियल गाड़ियां बनाने वाली दिग्गज कंपनी अशोक लीलैंड के शेयरों में आज धमाकेदार जोश दिखा। इस जोश में शेयर न सिर्फ रॉकेट बन गए बल्कि उछलकर नई ऊंचाई पर पहुंच गए। इसके शेयरों की आज जो ताबड़तोड़ खरीदारी का रुझान दिखा, उसकी मुख्य वजह विलय से जुड़ा एक अहम ऐलान है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में खुलासा किया कि इसकी विलय योजना के प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इस खुलासे पर आज अशोक लीलैंड के शेयर रॉकेट बन गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा भी उठाया जिससे भाव थोड़े नरम पड़े लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 7.25% की बढ़त के साथ ₹159.75 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 8.63% उछलकर ₹161.80 तक पहुंच गया था जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई लेवल है।

Ashok Leyland की क्या है विलय योजना?

अशोक लीलैंड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 25 नवंबर को बैठक हुई थी। बैठक में हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस को एनडीएल वेंचर्स में मिलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। हालांकि अभी इस प्रस्ताव पर बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI), एक्सचेंजों और एनसीएलटी की मंजूरी लेनी है। इस विलय के लिए एक्सचेंज रेश्यो फिक्स किया जा चुका है और लीलैंड फाइनेंस के हर 10 शेयर के बदले एनडीएल वेंचर्स के 25 शेयरों का रेश्यो फिक्स किया गया है। योजना के तहत इस विलय के लिए 1 अप्रैल, 2026 की तारीख तय की गई है लैकिन इसमें अभी एनसीएलटी या किसी अन्य अथॉरिटी के निर्देशों के मुताबिक बदलाव भी हो सकता है। बता दें कि अशोक लीलैंड ने अगस्त महीने में ही बता दिया था कि केंद्रीय बैंक आरबीआई से इस प्रस्तावित मर्जर को लेकर एनओसी मिल चुकी है।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

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