शेयर बाजार में तेजी और मंदी का दौर रहना आम बात है। किसी सेक्टर में कभी उछाल आता है तो उसी सेक्टर में दूसरे दिन गिरावट भी देखी जा सकती है। किसी भी शेयर में उछाल या गिरावट उस कंपनी के अपने प्रदर्शन के अलावा उस सेक्टर में आये हुए उतार-चढ़ाव पर भी निर्भर करता है। सरकारी घोषणाएं और नीतियां भी कंपनियों के शेयरों में तेजी और मंदी को प्रभावित करती हैं।