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Daily Voice : डॉलर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट के कारण RBI के हाथ बंधे, निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कम

Daily Voice : ओमनीसाइंस कैपिटल के विकास गुप्ता का कहना है कि कई अन्य कारणों के अलावा, सोने की कीमतों में संभवतः तेजी इसलिए भी आ रही है क्योंकि दुनिया भर के कई केंद्रीय बैंक अमेरिकी डॉलर में निवेश कम कर रहे हैं और सोने सहित दूसरे विकल्पों में निवेश बढ़ा रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 23, 2025 पर 2:06 PM
Daily Voice : डॉलर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट के कारण RBI के हाथ बंधे, निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कम
विकास गुप्ता ने कहा कि इस समय आयकर स्लैब, जीएसटी और आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती जैसे कई सुधार हुए हैं। जिनसे घरेलू उपभोक्ता मांग में तेज़ी आनी चाहिए। इससे जीडीपी बढ़ सकती है

Daily Voice : ओमनीसाइंस कैपिटल के सीईओ और चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट विकास वी गुप्ता ने मनीकंट्रोल को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि भारत में महंगाई में नरमी और विकास को तेजी प्रदान करने की जरूरत को देखते हुए, आरबीआई अपनी दोनों आगामी बैठकों (अक्टूबर-दिसंबर 2025) में दरों में कटौती करने में काफी सहज होता। लेकिन ब्याज दरों में कटौती का रुपये पर भी नकारात्मक असर पड़ता है, जिससे रुपये में संभावित गिरावट आ सकती है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में पहले से ही भारी गिरावटआज चुकी है। ऐसे में दरों में कटौती के मामले में निकट भविष्य में आरबीआई के हाथ थोड़े बंधे हुए लग रहे हैं।

उनका यह भी कहना है कि एच1बी वीज़ा शुल्क पर हो रही बातचीत के कारण भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में उम्मीद से थोड़ा अधिक समय लग सकता है। लेकिन अगर टैरिफ पर राहत मिलती है तो बाजार के मूड में सुधार देखने को मिल सकता है।

ऑटो सेक्टर 28-30 के पीई पर नजर आ रहा महंगा

कई दूसरे सेक्टरों की तुलना में, ऑटो सेक्टर 28-30 के पीई पर बहुत ज्यादा ओवरवैल्यूड नहीं लग सकता है। लेकिन यह भी नहीं भूलना चाहिए कि यह तुलनात्मक रूप से धीमी गति से बढ़ने वाला सेक्टर है। इस सेक्टर की ग्रोथ रेट नॉमिनल जीडीपी से भी धीमी है। सिंगल डिजिट ग्रोथ के लिए लगभग 30 का PE काफी ओवरवैल्यूड है। ऐसे में हमें सावधानी बरतनी चाहिए। हालांकि नए प्रोडक्ट्स खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों के लॉन्च से निकट भविष्य में रेवेन्यू और अर्निंग्स में बढ़त हो सकती है, लेकिन इन कंपनियों के लिए फेयर वैल्यू का वैल्यूएशन बहुत सोच-समझकर करना चाहिए।

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