अप्रैल 2025 से भारतीय शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली धीमी पड़ सकती है। ऐसी उम्मीद एमके इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने जताई है। ब्रोकरेज का मानना है कि यूएस डॉलर इंडेक्स (DXY) में पीक और आय की बेहतर संभावना से वैल्यूएशन स्थिर हो जाएगी। 2025 में अब तक FII ने 1,06,445 करोड़ रुपये के इंंडियन शेयर बेचे हैं। कंपनियों की कमजोर अर्निंग, ब्रॉडर मार्केट में महंगी वैल्यूएशन और मजबूत डॉलर के दबाव को लेकर चिंता इसके पीछे प्रमुख कारण रहे। हालांकि, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को खरीदार बनकर 4,786.56 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
