भारतीय इक्विटी बाजारों से FPI की बेरुखी लगातार जारी है। उन्होंने जनवरी महीने में अब तक 64,156 करोड़ रुपये निकाले हैं। रुपये में गिरावट, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों के चलते ऐसा हो रहा है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने दिसंबर 2024 में भारतीय शेयरों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
