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मिडकैप और स्मॉलकैप में मीडियम टर्म में नहीं बनेगा पैसा, जानिए ICICI-Pru AMC के एस नरेन ने ऐसा क्यों कहा

S Naren ने कहा कि रिटेल इनवेस्टर्स को सिर्फ रिटर्न के पीछे भागने की जगह एसेट एलोकेशन पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अभी मार्केट अपने बूम फेज में है। सिर्फ एक एरिया जिसमें बब्बल दिख रहा है, वह SME IPO है। उन्होंने यह कहा कि बाजार सस्ता नहीं रह गया है। सरकारी कंपनियों के स्टॉक्स अभी बूम फेज में हैं

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Oct 17, 2023 पर 12:03 PM
मिडकैप और स्मॉलकैप में मीडियम टर्म में नहीं बनेगा पैसा, जानिए ICICI-Pru AMC के एस नरेन ने ऐसा क्यों कहा
S Naren ने कहा कि मार्केट के पांच फेज होते हैं। एक फेज ऐसा होता है, जब शेयरों की कीमतें बहुत कम कीमत पर चल रही होती हैं। ऐसा तब होता है जब दुनिया में कोई बड़ी निगेटिव इवेंट होता है। 9/11 का हमला, 2008 में लीमैन ब्रदर्स क्राइसिस और हाल में कोरोना की महामारी इसके उदाहरण हैं।

अगर आप पहली बार मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में निवेश करने जा रहे हैं तो अगले तीन साल में आपको बहुत ज्यादा रिटर्न की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। यह कहना है ICICI Prudential AMC के चीफ इनवेस्टमेंट अफसर एस नरेन का। नरेन को फाइनेंशियल मार्केट का 34 का अनुभव है। मनीकंट्रोल ने रिटेल इनवेस्टर्स को ध्यान में रख उनसे कई सवाल पूछे। उनसे स्टॉक मार्केट और इनवेस्टमेंट सहित कई मसलों पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि रिटेल इनवेस्टर्स को सिर्फ रिटर्न के पीछे भागने की जगह एसेट एलोकेशन पर फोकस करना चाहिए।

मार्केट बूम फेज में

उन्होंने बताया कि अभी मार्केट अपने बूम फेज में है। सिर्फ एक एरिया जिसमें बब्बल दिख रहा है, वह SME IPO है। उन्होंने यह कहा कि बाजार सस्ता नहीं रह गया है। सरकारी कंपनियों के स्टॉक्स के बारे में उन्होंने कहा कि सभी पीएसयू स्टॉक्स अभी बूम फेज में हैं। दूसरे बाजारों से तुलना करने पर इंडिया एक स्ट्रक्चरल स्टोरी की तरह दिखता है। इसकी कई वजहे हैं। इनमें हमारी इकोनॉमिक ग्रोथ, कॉर्पोरेट अर्निंग्स और डेमोग्राफिक्स शामिल हैं।

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