Get App

दो दिन में 9% टूटकर संभला IDFC First Bank, अब आगे क्या है रुझान

IDFC First Bank Share Price: दिसंबर तिमाही के नतीजे आने के बाद से IDFC First Bank के शेयर दो दिन में 9 फीसदी से अधिक टूट गए थे। हालांकि अब आज इसने रफ्तार पकड़ी है और कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में भी यह 1 फीसदी से अधिक ऊपर चढ़ गया है। ब्रोकरेज का भरोसा इस पर बना हुआ है और खरीदारी की रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया है

Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Jan 25, 2024 पर 4:05 PM
दो दिन में 9% टूटकर संभला IDFC First Bank, अब आगे क्या है रुझान
IDFC First Bank के शेयर पिछले साल 28 मार्च 2023 को एक साल के निचले स्तर 52.11 रुपये पर थे। इसके बाद 6 महीने में ही यह 93 फीसदी से अधिक उछलकर 5 सितंबर 2023 को 100.74 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।

IDFC First Bank Share Price: दिसंबर तिमाही के नतीजे आने के बाद से IDFC First Bank के शेयर दो दिन में 9 फीसदी से अधिक टूट गए थे। हालांकि अब आज इसने रफ्तार पकड़ी है और कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में भी यह 1 फीसदी से अधिक ऊपर चढ़ गया है। ब्रोकरेज का भरोसा इस पर बना हुआ है और खरीदारी की रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके शेयर आज BSE पर 0.64 फीसदी की बढ़त के साथ 80.12 रुपये पर बंद हुए हैं। इंट्रा-डे में यह 80.84 रुपये तक पहुंचा था। बैंक के दिसंबर तिमाही के नतीजे की बात करें तो नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 18 फीसदी बढ़ गया और एसेट क्वालिटी में भी सुधार रही। हालांकि लागत और इनकम के रेश्यो में उछाल ने शेयरों पर दबाव बनाया था।

क्या है ब्रोकरेज का रुझान

घरेलू ब्रोकरेज फर्म एक्सिस डायरेक्ट के मुताबिक बैंक ने एडवांसेज में हेल्दी ग्रोथ के रुझान को बनाए रखा। इसका इंफ्रा बुक हर तिमाही नीचे आ रहा है और टोटल फंडेड एसेट एसेट्स में इसकी हिस्सेदारी महज 1.6 फीसदी है। मैनेजमेंट को भरोसा है कि वित्त वर्ष 2024 से 2029 के बीच यह सालाना 20.3 फीसदी की चक्रवृद्धि (CAGR) से बढ़ेगा तो इस हिसाब से वित्त वर्ष 2029 में एडवांसेज बढ़कर 5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2024-26 के बीच एडवांसेज में 24% CAGR से बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है।

डिपॉजिट्स के मामले में बैंक का परफॉरमेंस शानदार है और खुदरा डिपॉजिट्स के दम पर इसका डिपॉजिट्स सालाना आधार पर 43 फीसदी बढ़ा। बाकी बैंक इस चुनौती से जूझ रहे हैं लेकिन IDFC फर्स्ट बैंक इस मामले में बड़े आराम से है। मैनेजमेंट को भरोसा है कि ब्रांच विस्तार के जरिए वित्त वर्ष 2024-29 के बीच इसका डिपॉजिट 24.8 फीसदी के CAGR से बढ़कर 5.85 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। अभी इसके 879 ब्रांच हैं जो वित्त वर्ष 2029 तक 1700-1800 ब्रांचों तक पहुंच सकता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें