Infosys की चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद के मुकाबले कमजोर रहे हैं। FY24 के लिए कंपनी का आउटलुक भी निराश करने वाला है। इसके बावजूद कंपनी अपनी कैपिटल एलोकेशन पॉलिसी में किसी तरह का समझौता करने के लिए तैयार नहीं है। इंफोसिस देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। ब्लूमबर्ग के डेटा से पता चलता है कि कंपनी के डिविडेंड पेआउट की ग्रोथ पिछले तीन साल में सबसे कम है। FY23 यह ग्रोथ 9.7 फीसदी रही। प्रति शेयर 17.50 रुपये के साथ FY19 और FY20 के दौरान इंफोसिस का डिविडेंड प्रति शेयर एक जैसा रहा। FY21 में यह 27 रुपये रहा। FY22 में यह 31 रुपये रहा।