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Karnataka Bank shares: कर्नाटक बैंक के शेयर 8% क्रैश, ₹200 से नीचे आया भाव, CEO और डायरेक्टर ने दिया इस्तीफा

Karnataka Bank shares: कर्नाटक बैंक के शेयरों का भाव आज 30 जून को शुरुआती कारोबार में 8 प्रतिशत तक लुढ़ककर 190 रुपये पर पहुंच गया। यह गिरावट इस खबर के बाद आई बैंक के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) कृष्णन हरि हरा शर्मा और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (ED) शेखर राव ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jun 30, 2025 पर 11:12 AM
Karnataka Bank shares: कर्नाटक बैंक के शेयर 8% क्रैश, ₹200 से नीचे आया भाव, CEO और डायरेक्टर ने दिया इस्तीफा
Karnataka Bank shares: दोनों शीर्ष अधिकारियों ने इस्तीफे के पीछे "व्यक्तिगत कारणों" का हवाला दिया है

Karnataka Bank shares: कर्नाटक बैंक के शेयरों का भाव आज 30 जून को शुरुआती कारोबार में 8 प्रतिशत तक लुढ़ककर 190 रुपये पर पहुंच गया। यह गिरावट इस खबर के बाद आई बैंक के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) कृष्णन हरि हरा शर्मा और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (ED) शेखर राव ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। प्राइवेट सेक्टर के इस बैंक ने 29 जून को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में यह जानकारी दी। बैंक ने बताया कि उसके सीईओ श्रीकृष्णन हरि हारा सरमा का इस्तीफा 15 जुलाई से और शेखर राव का इस्तीफा 31 जुलाई से प्रभावी होगा।

कनार्टक बैंक के इन दोनों शीर्ष अधिकारियों ने इस्तीफे के पीछे "व्यक्तिगत कारणों" का हवाला दिया है। हालांकि मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुकाबिक, बैंक के एक विशेष खर्च को लेकर बोर्ड और दोनों शीर्ष अधिकारियों के बीच मतभेद इसकी मुख्य वजह मानी जा रही है।

माना जा रहा है कि बैंक के बोर्ड और दोनों शीर्ष अधिकारियों के बीच मतभेद मई 2025 में सामने आया, जब बैंक के स्टैचुटरी ऑडिटरों ने अपने नोट में एक कंसल्टेंट को हायर करने और दूसरे उद्देश्यों के लिए किए गई ₹1.53 करोड़ के एक खर्च पर टिप्पणियां कीं। ऑडिटरों का कहना है कि यह खर्च बैंक के होल-टाइम डायरेक्टरों के अधिकार क्षेत्र से बाहर था और बोर्ड की ओर से इसकी मंजूरी नहीं दी गई थी।

ऑडिटरों ने कहा कि "इसके चलते यह राशि, संबंधित निदेशकों से वसूली योग्य है।" ऑडिट में पाया गया कि ये खर्च तकनीकी सुधार और क्रेडिट वर्टिकल में बदलाव के लिए किए गए थे। इस टिप्पणी के बाद मामला नियामक के संज्ञान में भी आया। हालांकि, इस मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया कि ऑडिटरों की टिप्पणियों के बाद सभी जरूरी कदम उठा लिए गए हैं और नियामक को भी इस कार्रवाई की जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा, "जो कुछ भी किया जाना था, वह किया गया है," उन्होंने कहा कि नियामक भी इसमें शामिल लोगों की ओर से लिए गए एक्शन से अवगत है।

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