Get App

आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC के महेश पाटिल से जाने आगे किन शेयरों और सेक्टरों में होगी बंपर कमाई

महेश पाटिल ने कहा कि मिडकैप शेयरों में भी अच्छे मौके है। इनमें 15 फीसदी तक निवेश करें। पोर्टफोलियो बनाने के लिए टॉप-डाउन और बॉटम-अप की मिलीजुली रणनीति अपनाएं। उन्होनें बताया कि उनका फंड अच्छी क्वालिटी और संभावना वाले शेयरों को प्राथमिकता देता है, लेकिन इसमें वैल्यू, साइक्लिकल और कॉन्ट्रा शेयरों का भी अच्छा मिश्रण है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 09, 2025 पर 2:44 PM
आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC के महेश पाटिल से जाने आगे किन शेयरों और सेक्टरों में होगी बंपर कमाई
महेश पाटिल को कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी शेयर भी पसंद हैं। बिड़ला सन लाइफ एएमसी की राय है लोगों की बढ़ती आय के साथ, शहरी और ग्रामीण भारत दोनों में खर्च बढ़ने की उम्मीद है

बाजार, सेक्टर्स और कमाई वाले शेयरों पर चर्चा करते हुए आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी (ADITYA BIRLA SUN LIFE AMC के CIO महेश पाटिल ने कहा कि इस समय अच्छी ग्रोथ वाली (अपनी कटेगरी केऔसत से अधिक) स्थिर और स्थापित लार्जकैप कंपनियों में निवेश करें। ऐसे कंपनियों पर फोकस करें जो बिजनेस साइकिल में 15 फीसदी से अधिक आरओसीई जेनरेट करती हों और फ्री कैश फ्लो उत्पन्न करती हों।

उन्होंने आगे कहा कि मिडकैप शेयरों में भी अच्छे मौके है। इनमें 15 फीसदी तक निवेश करें। पोर्टफोलियो बनाने के लिए टॉप-डाउन और बॉटम-अप की मिलीजुली रणनीति अपनाएं। उन्होनें बताया कि उनका फंड अच्छी क्वालिटी और संभावना वाले शेयरों को प्राथमिकता देता है, लेकिन इसमें वैल्यू, साइक्लिकल और कॉन्ट्रा शेयरों का भी अच्छा मिश्रण है।

उनका फंड उन सेक्टरों और शेयरों को तरजीह दे रहा है जो ग्लोबल अर्थव्यवस्था के बजाय घरेलू अर्थव्यवस्था पर केंद्रित हैं। उनका मानना ​​है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दीर्घावधि में बेहतर प्रदर्शन करेगी। उनको डिजिटल ट्रांसफर्मेशन, इंश्योरेंस और बैंक, हेल्थ केयर और फॉर्म, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल के साथ ही कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी शेयर पसंद हैं।

डिजिटल ट्रांसफर्मेशन से जुड़े शेयरों को उच्च तकनीकी पर बढ़ते खर्च और एआई को अपनाने में होने वाले खर्च में बढ़त का फायदा मिलेगा। वही, बीमा और बैंक शेयरों बीमा सेक्टर की रेग्यूलेटरी बाधाएं दूर होने का फायदा मिलेगा। इस सेक्टर को मजबूत फंडामेंटल्स, बेहतर बैलेंस शीट और सस्ते वैल्यूशन का फायदा मिलेगा। इन बातों को ध्यान में रखते हुए महेश पाटिल बैंकों (विशेषकर निजी बैंकों) पर बुलिश हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें