वैलेंटिस एडवाइजर्स के फाउंडर और MD ज्योतिवर्धन जयपुरिया ने सीएनबीसी-आवाज़ के साथ बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से बाजार ये मान के चल रहा था कि अमेरिका के महंगाई आंकड़ों में कमी आने से ब्याज दरों में बढ़त का दौर थमेगा। इसी उम्मीद में बाजार में तेजी आई थी। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका में अगले 2-3 महीने में महंगाई और घटेगी लेकिन ये फेड के 2 फीसदी के लक्ष्य के पास नहीं आएगा। ऐसे में अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़त जारी रहेगी। हां, ये हो सकता है कि ये बढ़त 0.75 फीसदी न होकर 0.50 फीसदी हो। कल अमेरिका फेड के अधिकारियों की ओर से भी कुछ ऐसा ही इशारा मिला था। अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़त पर विराम लगने में अभी काफी समय लगेगा। इसीलिए बाजार भी एक रैली देने के बाद ठहराव को मूड में आ गया है। वैसे पिछले एक साल से भारत का बाजार कंसोलीडेट ही हो रहा है।