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Market insight : बाजार को GST कटौती का मिलेगा फायदा, दिसंबर तिमाही से अर्निंग ग्रोथ बेहतर रहने की उम्मीद

सौरभ मुखर्जी का कहना है कि टैरिफ के कारण एक्सपोर्ट पर बने दबाव से निपटने के लिए घरेलू खपत बढ़ाने पर फोकस करना होगा। इसको ध्यान में रखते हुए 2026 के बजट में खपत बढ़ाने को उपायों पर फोकस हो सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 05, 2025 पर 6:40 PM
Market insight : बाजार को GST कटौती का मिलेगा फायदा, दिसंबर तिमाही से अर्निंग ग्रोथ बेहतर रहने की उम्मीद
टैरिफ के कारण एक्सपोर्ट पर बने दबाव से निपटने के लिए घरेलू खपत बढ़ाने पर फोकस करना होगा। इसको ध्यान में रखते हुए 2026 के बजट में खपत बढ़ाने को उपायों पर फोकस हो सकता है

Marcellus Investment Managers के फाउंडर और CIO सौरभ मुखर्जी का कहना है कि बाजार को GST कटौती का फायदा मिलेगा। सीएनबीसी-आवाज से हुई खास बातचीत में सौरभ मुखर्जी टाटा कंज्यूमर से लेकर एशियन पेंट्स पर बुलिश दिखे। बाजार की स्ट्रैटेजी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बाजार को GST कटौती का फायदा मिलेगा। सरकारी कैपेक्स में आगे गिरावट ही दिखेगी। सरकार का फोकस अब देश में कंजम्पशन बढ़ाने पर है। बैंकों में आगे एसेट क्वालिटी में गिरावट दिख सकती है। सौरभ मुखर्जी ने बताया कि टाटा कंज्यूमर, एशियन पेंट्स और पिडिलाइट उनके पोर्टफोलियो में शामिल हैं।

इस बातचीत में उन्होंने कहा कि बड़े बैंकों में एसेट क्वालिटी पर प्रेशर दिख रहा है। आने वाले दिनों में RBI की ओर से रेट कटौती संभव है। 2026 के बजट में कंपम्पशन पर ज्यादा फोकस रह सकता है। कंजम्पशन को बढ़ावा देने पर सरकार का फोकस रहेगा। दिसंबर तिमाही से अर्निंग ग्रोथ बेहतर रहने की उम्मीद है।

उन्होंने आगे कहा कि 6-7 तिमाहियों से इंडिया में अर्निंग्स ग्रोथ नीचे जा रही है। इकोनमी की हालत थोड़ी नाजुक है और डोनल्ड ट्रंप का 50% का डायरेक्ट टैरिफ भी हिंदुस्तान के ऊपर अपना असर दिख रहा है। तिरुपुर कोयंबटूर बेल्ट की टेक्सटाइल कम्युनिटी ऑलमोस्ट सदमे में है। ऐसे में सरकार के जीएसटी कार्ड्स से कुछ राहत मिल सकती है। ट्रंप के हमले से निपटने में जीएसटी कार्ड कुछ काम आ सकता है।

टैरिफ के कारण एक्सपोर्ट पर बने दबाव से निपटने के लिए घरेलू खपत बढ़ाने पर फोकस करना होगा। इसको ध्यान में रखते हुए 2026 के बजट में खपत बढ़ाने को उपायों पर फोकस हो सकता है। इसके अलावा आगे चल कर आरबीआई को मल्टीपल रेट कट करने पड़ सकते है। इसके अलावा और कोई चारा भी नहीं है। ऐसा होने पर ही अगले 1-2 साल में देश में खपत बढ़ने की लहर आएगी। स्थितियों को सुधरने में थोड़ा टाइम लगेगा और उस दौरान सावधानी से निवेश करने की जरूरत। उल्टे सीधे स्माल कैप में पैसा लगाने के बजाय चुनिंदा क्वालिटी कंजम्प्शन शेयरों पर ही फोकस करें।

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