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Market outlook गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए अगस्त के पहले दिन कैसी सकती है इसकी चाल

Market today : मंथली एक्सपायरी के दिन बाज़ार में उतार-चढ़ाव रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत पर टैरिफ़ की अचानक घोषणा से शुरुआत में अचानक प्रतिक्रिया हुई। हालांकि, विभिन्न सेक्टरों के दिग्गज शेयरों में धीरे-धीरे आई रिकवरी से इंडेक्स कुछ समय के लिए हरे निशान में भी चले गए। लेकिन अंतिम घंटों में बिकवाली का दबाव फिर से हावी हो गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 31, 2025 पर 4:17 PM
Market outlook गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए अगस्त के पहले दिन कैसी सकती है इसकी चाल
चॉइस इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के रिसर्च हेड उत्सव वर्मा ने रॉयटर्स से कहा कि भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ और जुर्माने के बाद निवेशक सावधानी और उम्मीद के मिश्रण के साथ अपनी रणनीतियों की फिर से समीक्षा करेंगे

Stock Market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 31 जुलाई को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए और निफ्टी 24,800 से नीचे चला गयाकारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 296.28 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,185.58 पर और निफ्टी 86.70 अंक या 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,768.35 पर बंद हुआलगभग 1490 शेयरों में तेजी रही। 2365 शेयरों में गिरावट देखने को मिली और 135 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ

मंथली एक्सपायरी के दिन बाज़ार में उतार-चढ़ाव रहाअमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत पर टैरिफ़ की अचानक घोषणा से शुरुआत में अचानक प्रतिक्रिया हुईहालांकि, विभिन्न सेक्टरों के दिग्गज शेयरों में धीरे-धीरे आई रिकवरी से इंडेक्स कुछ समय के लिए हरे निशान में भी चले गएलेकिन अंतिम घंटों में बिकवाली का दबाव फिर से हावी हो गया, जिससे एक बार फिर तेज़ड़ियों को पीछे हटना पड़ानतीजतन, निफ्टी लाल निशान में बंद हुआ

एचयूएल, जियो फाइनेंशियल, इटरनल, जेएसडब्ल्यू स्टील और आईटीसी निफ्टी के टॉप गेनरों में रहेजबकि, अदाणी एंटरप्राइजेज, डॉ रेड्डीज लैब्स, अदणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, सन फार्मा निफ्टी के टॉप लूजर रहेबीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 0.7 प्रतिशत की गिरावट आई

सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो एफएमसीजी में 1.4 फीसदी की बढ़त हुई, जबकि आईटी, मेटल, तेल एवं गैस, पीएसयू बैंक, फार्मा, रियल्टी, और टेलीकॉम में 0.5-1.8 फीसदी की गिरावट आई

चॉइस इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के रिसर्च हेड उत्सव वर्मा ने रॉयटर्स से कहा कि भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ और जुर्माने के बाद निवेशक सावधानी और उम्मीद के मिश्रण के साथ अपनी रणनीतियों की फिर से समीक्षा करेंगे।

यूएस टैरिफ के बाज़ारों पर असर के बारे में बात करते हुए एंजेल वन के CFA (सीनियर फंडामेंटल एनालिस्ट) वकारजावेद खान ने कहा, "निकट भविष्य में एक्सपोर्ट ओरिएंटेड शेयर कमज़ोर प्रदर्शन कर सकते हैंव्यापार वार्ता के सकारात्मक परिणाम आने तक निवेशकों का रुझान सतर्क बने रहने की उम्मीद हैएफपीआई आगे की स्थिति साफ होने तक वेट एंड वॉच की नीति अपना सकते हैं या उनका रुख सेक्टर रोटेशन की ओर रह सकता है।"

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