छोटी, मध्यम और बड़ी कंपनियों की वैल्यूएशंस में अलग-अलग ट्रेंड देखने को मिला है। लार्जकैप कंपनियों की वैल्यूएशन में कमी आई है, जबकि समॉलकैप और मिडकैप कंपनियों की वैल्यूएशंस हाई लेवल पर बनी हुई है। इसका मतलब है कि मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में इनवेस्टर्स की ज्यादा दिलचस्पी बनी हुई है। सवाल है कि क्या मिडकैप और स्मॉलकैप की वैल्यूएशन भविष्य में भी हाई बनी रहेगी?
