Nifty Outlook: पिछले महीने घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) धड़ाधड़ नई ऊंचाईयों को छू रहे थे। 27 सितंबर को सेंसेक्स 86000 के लेवल से महज 22 प्वांट्स दूर रह गया था और निफ्टी 26275 के पार चला गया था। हालांकि फिर मिडिल ईस्ट में गहराते तनाव और चीन में राहत पैकेजों के ऐलान ने मार्केट पर दबाव डाला। अब निफ्टी 25000 और सेंसेक्स 82000 के भी नीचे है। हालांकि लीजेंडरी फंड मैनेजर पीटर लिंच के मुताबिक मार्केट की गिरावट के लिए अगर आप तैयार नहीं हैं तो आपको शेयर खरीदने ही नहीं चाहिए। उनका मानना है कि इस गिरावट को अच्छा समझना चाहिए क्योंकि इससे निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए अच्छे शेयरों को सस्ते भाव में खरीदने का मौका मिलता है। मार्केट की इस उतार-चढ़ाव में लॉन्ग टर्म निवेशकों को एक बात ध्यान रखनी चाहिए कि दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट का मानना है कि मार्केट की गिरावट से घबराना नहीं चाहिए बल्कि इसे अच्छी कंपनियों में बेहतर भाव पर निवेश के मौके के तौर पर देखना चाहिए।