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शेयर बाजार में बन गया है बुलबुला? एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी- "आसान नहीं होगा इससे निकलना"

स्पार्क एशिया इम्पैक्ट मैनेजर्स के एमडी और चीफ इनवेस्टमेंट अफसर (इक्विटी एसेट मैनेजमेंट) पी कृष्णनन ने बाजार के बुलबुले को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। पी कृष्णनन का मानना है कि कई मामलों में मार्केट में यह तेजी गैर-जरूरी लगती है। शेयर मार्केट में बुलबुला बना हुआ है, जिसे लो-क्वालिटी शेयरों से हवा मिल रही है। इसके चलते बाजार में भारी उतार-चढ़ाव की संभावना है, और इससे निकलना आसान नहीं होगा

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड May 29, 2025 पर 7:08 PM
शेयर बाजार में बन गया है बुलबुला? एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी- "आसान नहीं होगा इससे निकलना"
स्पार्क एशिया इम्पैक्ट मैनेजर्स के पी कृष्णनन ने कहा कि मार्केट में तेजी दिख रही है, लेकिन उसकी बुनियाद कमजोर है

शेयर बाजार में पिछले 3 महीनों से लगातार तेजी जारी है। कई स्टॉक्स की कीमतें अपने ऑल-टाइम हाई के करीब पहुंच गई हैं। लेकिन क्या ये रैली हकीकत पर टिकी है, या फिर शेयर बाजार एक बुलबुले की तरफ बढ़ रहा है जो किसी भी वक्त फूट सकता है? स्पार्क एशिया इम्पैक्ट मैनेजर्स के एमडी और चीफ इनवेस्टमेंट अफसर (इक्विटी एसेट मैनेजमेंट) पी कृष्णनन ने बाजार के बुलबुले को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। पी कृष्णनन का मानना है कि कई मामलों में मार्केट में यह तेजी गैर-जरूरी लगती है। शेयर मार्केट में बुलबुला बना हुआ है, जिसे लो-क्वालिटी शेयरों से हवा मिल रही है। इसके चलते बाजार में भारी उतार-चढ़ाव की संभावना है, और इससे निकलना आसान नहीं होगा।

स्पार्क एशिया इम्पैक्ट मैनेजर्स के पी कृष्णनन ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में स्टॉक मार्केट को लेकर कुछ जरूरी बातें की। पी कृष्षण ने कहा कि मार्केट में जो हालिया तेजी आई है, उसकी बुनियाद काफी कमजोर है। पी कृष्णनन ने कहा भारत में सबसे बड़ी समस्या महंगे वैल्यूएशन्स की है। यानी स्टॉक्स की कीमतें इतनी ऊंची हैं कि उन्हें जायज ठहराना मुश्किल होता जा रहा है।

उन्होंने कहा कि निवेशक इस तथ्य को मानने को तैयार नहीं हैं कि शेयरों की मौजूदा कीमतें काफी ऊंची हो चुकी हैं। बाजार में फंड्स अब भी आ रहे हैं, लेकिन रिस्क बहुत बढ़ चुका है। पिछले 15 सालों में ब्याज दरें कम रहने के चलते शेयर बाजारों में वैल्यूएशन बढ़ा था, लेकिन अब जब ग्लोबल लेवल पर ब्याज दरें ऊपर हैं, तो इसका उसका उल्टा असर होना तय है।

पी कृष्षणन ने कहा कि मार्केट में इस समय वैल्यूएशन को सही ठहराने वाली कई नई थ्योरी आ गई है, लेकिन जमीन खिसक चुकी है। यहां तक कि कमजोर से कमजोर मोमेंटम को भी पकड़ने की होड़ मची हुई है। पी कृष्णनन ने कहा कि इसके पीछे कारण यह है कि मार्केट में फंड फ्लो काफी मजबूत बना हुआ है, लोगों के पास निवेश के दूसरे अच्छे साधनों की किल्लत है। साथ ही लोगों के मन में अभी कोविड के बाद दिखाई दिए रिटर्न का लाचल बना हुआ है, जिसके चलते वे सिंगल डिजिट में हाई रिटर्न को ही अच्छा रिटर्न मानने से इनकार कर रहे हैं।

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