Get App

घबराहट में शेयर बेचने जा रहे हैं? जानिए कैसे आप लंबी अवधि में छ्प्परफाड़ कमाई का मौका चूक जाएंगे

समॉलकैप स्टॉक्स में उतारचढ़ाव ज्यादा होता है। लेकिन, रिटर्न देने की क्षमता भी अधिक होती है। जनवरी 2007 से दिसंबर 2016 के बीच बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स का सालाना रिटर्न 5 फीसदी था। फिर, 2017 में यह सिर्फ एक साल में 50 फीसदी चढ़ा

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Feb 17, 2025 पर 4:46 PM
घबराहट में शेयर बेचने जा रहे हैं? जानिए कैसे आप लंबी अवधि में छ्प्परफाड़ कमाई का मौका चूक जाएंगे
मार्केट में करेक्शन पहली बार नहीं आया है। इससे पहले 2008, 2013 और 2018 में मार्केट में गिरावट आई थी।

स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स खबरों में हैं। इन स्टॉक्स में गिरावट की शुरुआत अक्सर किसी बड़े फंड मैनेजर, किसी सीनियर प्रोफेसर और किसी वैल्यूएशन एक्सपर्ट के बयान से होती है। यह ध्यान रखने वाली बात है कि ऐसे बयान और इन शेयरों में गिरावट के बीच कोई संबंध नहीं है। यह एक संयोग हो सकता है। लेकिन, इस वजह से मार्केट में घबराहट शुरू हो जाती है। स्टॉक मार्केट से जुड़ी खबरों और चर्चा की वजह से रिटेल इनवेस्टर डर जाता है। जब बाजार में गिरावट आती है, निवेशकों पर डर हावी हो जाता है।

पहले भी मार्केट में आ चुके हैं कई करेक्शन

डर बढ़ने के बाद बिकवाली बढ़ जाती है। इस तरह मार्केट में गिरावट (Market Fall) की एक साइकिल बन जाती है। निवेशकों को यह समझना चाहिए कि मार्केट में करेक्शन (Market Correction) पहली बार नहीं आया है। इससे पहले 2008, 2013 और 2018 में मार्केट में गिरावट आई थी। इस दौरान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में लॉर्जकैप के मुकाबले ज्यादा गिरावट आई थी। गिरावट की हर साइकिल में ऐसा होता है। 2023 की दूसरी छमाही से भी मिडकैप और स्मॉलकैप की बढ़ती वैल्यूएशन को लेकर चिंता शुरू हो गई थी।

इस बार गिरावट की शुरुआत लार्जकैप स्टॉक्स से

सब समाचार

+ और भी पढ़ें