पूर्ण बजट 2024 को पेश करते समय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से 4 स्पष्ट संदेश थे- पहला, इक्विटी निवेश को बाकी सभी चीजों से ऊपर नहीं रखा जा सकता; दूसरा, सरकार की ओर से संचालित पूंजीगत व्यय अब ग्रोथ का प्राइमरी ड्राइवर नहीं रह सकता; तीसरा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन एक समस्या क्षेत्र है, जिसे प्राथमिकता मिलनी चाहिए और चौथा यह कि वित्त मंत्री फिस्कल कंसालिडेशन को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं।