बैंकों की दिक्कत बढ़ सकती है। RBI ने लिक्विडिटी कवरेज रेशियो ( liquidity coverage ratio) पर नया Basel III फ्रेमवर्क लिक्विडिटी कवरेज रेश्यो ड्राफ्ट नियम जारी किया है। अगर यह लागू हो जाता है तो इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग बेस्ड डिपॉजिट को ज्यादा वेटेज देना पड़ सकता है। RBI ने 31 अगस्त तक नये फ्रेमवर्क ड्राफ्ट पर कमेंट मांगे हैं। इसमें स्टेबल डिपॉजिट पर 10 फीसदी रिस्क वेटेज का प्रस्ताव है। वहीं, कम स्टेबल डिपॉजिट पर 15 फीसदी रिस्क वेटेज का प्रस्ताव। इसमें यह भी कहा गया है कि अच्छे लिक्विड एसेट का वैल्युएशन करेंट मार्केट वैल्यू से कम नहीं होना चाहिए।